No festivals today or in the next 14 days. 🎉

काशी में क्यों खेली जाती है श्मशान की राख से होली, मसाने की होली में रंग की जगह क्या है चिता की भस्म का भेद

Masane Ki Holi 2025: Kashi’s Unique Festival of Ashes
Sanatan Dharma में Holi Festival एक महत्वपूर्ण उत्सव है। पूरे देश में यह त्योहार अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। Braj में Laddu Holi और Lathmar Holi का आकर्षण होता है। साथ ही, भारत में Holi रंग और Gulal से खेली जाती है। लेकिन अगर हम Kashi's Holi की बात करें, तो यहां Holi पर एक अनोखा ही दृश्य देखने को मिलता है, जब Shamshan Ki Raksh (Cremation Ashes) से Lord Shiva के संग Holi खेली जाती है।
Masane Ki Holi Date & Rituals
Kashi में Falgun Month के Shukla Paksha Ekadashi के अगले दिन हर साल Masane Ki Holi Festival का आयोजन होता है। इस अनोखी Holi Celebration में हजारों लोग शामिल होते हैं। इस दिन Chita Bhasm (Cremation Ashes) से Holi खेली जाती है और Devon Ke Dev Mahadev की विशेष Puja Archana की जाती है। आइए जानते हैं कि Kashi में Chita Bhasm Se Holi खेलने की परंपरा क्यों है।
Why is Holi Played with Cremation Ashes in Kashi?
Masane Ki Holi को Chita Bhasm Holi के नाम से भी जाना जाता है। यह Holi Celebration Lord Shiva को समर्पित है और इसे Victory Over Death का प्रतीक माना जाता है।
Religious Significance के अनुसार, जब Lord Shiva ने Yamraj (God of Death) को हराया, तब उन्होंने Cremation Ashes से Holi खेली थी। तभी से इस परंपरा को यादगार बनाने के लिए हर साल Masane Ki Holi खेली जाती है।
यह Holi Festival दो दिनों तक मनाया जाता है:
1. पहले दिन लोग Chita Ki Raksh (Cremation Ashes) को एकत्रित करते हैं।
2. दूसरे दिन, Mahashmashan Manikarnika Ghat पर Shamshan Ki Holi खेली जाती है।
How is Masane Ki Holi Celebrated?
Chita Bhasm Se Holi खेलने का यह अद्भुत दृश्य केवल Kashi में ही देखने को मिलता है। Masan Ki Gali में लोग Har Har Mahadev के जयकारों के साथ Victory Over Death का उत्सव मनाते हैं।
Falgun Shukla Dwadashi को Lord Shiva, अपने Aghor Roop में Kashi’s Mahashmashan Manikarnika Ghat पर जलती Chita के बीच Cremation Ashes Holi खेलते हैं। यह उत्सव ऐसा होता है कि एक तरफ Cremation Fire जलती है और दूसरी तरफ Devotional Songs, Bhajans, and Music के बीच Holi Festival मनाया जाता है।
Moksha at Manikarnika Ghat
मान्यता है कि Death in Kashi को Moksha (Salvation) प्राप्त होती है। Manikarnika Ghat पर जिनका Antim Sanskar (Last Rites) होता है, उन्हें Lord Shiva स्वयं Mukti (Liberation) प्रदान करते हैं।
Hindu Beliefs के अनुसार, जब कोई Shav (Dead Body) Mahashmashan Manikarnika Ghat पर पहुंचता है, तो Lord Shiva अपने आराध्य Lord Ram के Feet Dust रूपी Chita Bhasm को अपने माथे पर लगाकर Maryada Purushottam को सम्मान अर्पित करते हैं।

Related Blogs

Shivkrita Ganesh Stuti (शिवकृता गणेश स्तुति)

Shivkrita Ganesh Stuti भगवान गणेश की महिमा का वर्णन करती है, जो "Remover of Obstacles" और "Lord of New Beginnings" के रूप में पूजित हैं। यह स्तोत्र विशेष रूप से गणेश जी के जन्म और उनकी शक्तियों का आह्वान करता है, जिन्हें "Divine Blessings" और "Success Giver" माना जाता है। यह स्तोत्र "Ganesh Devotional Hymn" और "Spiritual Success Prayer" के रूप में प्रसिद्ध है। इसके पाठ से भक्तों को जीवन में सुख, समृद्धि और आंतरिक शांति प्राप्त होती है। Shivkrita Ganesh Stuti को "Lord Ganesh Chant" और "Blessings for Prosperity" के रूप में पढ़ने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
Stuti

Shri Durga Stotram by Arjuna (अर्जुन कृत श्री दुर्गा स्तोत्रम्)

अर्जुन कृत श्री दुर्गा स्तोत्रम्: यह स्तोत्र अर्जुन द्वारा देवी दुर्गा की स्तुति में रचा गया है।
Stotra

Narayaniyam Dashaka 74 (नारायणीयं दशक 74)

नारायणीयं दशक 74 भगवान नारायण की महिमा और उनकी कृपा का गुणगान करता है।
Narayaniyam-Dashaka

Manikarnikashtakam (मणिकर्णिकाष्टकम्)

मणिकर्णिकाष्टकम्: यह अष्टक भगवान शिव को समर्पित है और वाराणसी के पवित्र मणिकर्णिका घाट का वर्णन करता है।
Ashtakam

Narayaniyam Dashaka 4 (नारायणीयं दशक 4 )

नारायणीयं दशक 4 में भगवान नारायण की प्रतिमा का चित्रण किया गया है। यह दशक भक्तों को भगवान के दिव्य रूपों के विशेषता को समझाता है।
Narayaniyam-Dashaka

Narayaniyam Dashaka 27 (नारायणीयं दशक 27)

नारायणीयं का सत्ताईसवां दशक भगवान विष्णु की असीम कृपा और उनके भक्तों के प्रति उनके अनुग्रह का वर्णन करता है। इस दशक में, भगवान की कृपा और उनके भक्तों के प्रति उनके प्रेम की महिमा की गई है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।
Narayaniyam-Dashaka

Bhu Suktam (भू सूक्तम्)

भू सूक्तम् ऋग्वेद में भूमि देवता की महिमा का वर्णन करता है। यह सूक्त भूमि के शक्ति, सौम्यता और आध्यात्मिक समृद्धि के लिए प्रार्थना करता है।
Sukt

Belapatr Belapatr Chadhaane ka Mantra (बेलपत्र बिल्वपत्र चढ़ाने का मंत्र)

Belapatr Chadhaane ka Mantra भगवान शिव की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो "Lord of the Universe" और "Supreme Divine Being" के रूप में पूजित हैं। बेलपत्र, जो शिव जी को अत्यंत प्रिय हैं, उनके "Divine Power" और "Cosmic Energy" का प्रतीक माना जाता है। यह मंत्र भगवान शिव के "Grace and Blessings" को आकर्षित करता है, जो जीवन में "Positive Energy" और "Cosmic Protection" का संचार करते हैं। इसका नियमित जाप करने से मानसिक शांति, सुख, समृद्धि और "Victory over Obstacles" मिलती है। Belapatr Chadhaane ka Mantra को "Shiva's Blessings Chant" और "Sacred Prayer for Prosperity" के रूप में भी माना जाता है। यह मंत्र व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार के संकट और रुकावटों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली "Divine Shield" का कार्य करता है। यह पूजा "Spiritual Awakening" और "Divine Guidance" के लिए अत्यंत प्रभावी मानी जाती है। शिवजी के इस मंत्र का जाप करके भक्त उनके "Divine Protection" और "Cosmic Peace" को अनुभव करते हैं।
Mantra

Today Panchang

22 September 2025 (Monday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala