No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Narayaniyam Dashaka 66 (नारायणीयं दशक 66)
नारायणीयं दशक 66 (Narayaniyam Dashaka 66)
उपयातानां सुदृशां कुसुमायुधबाणपातविवशानाम् ।
अभिवांछितं विधातुं कृतमतिरपि ता जगाथ वाममिव ॥1॥
गगनगतं मुनिनिवहं श्रावयितुं जगिथ कुलवधूधर्मम् ।
धर्म्यं खलु ते वचनं कर्म तु नो निर्मलस्य विश्वास्यम् ॥2॥
आकर्ण्य ते प्रतीपां वाणीमेणीदृशः परं दीनाः ।
मा मा करुणासिंधो परित्यजेत्यतिचिरं विलेपुस्ताः ॥3॥
तासां रुदितैर्लपितैः करुणाकुलमानसो मुरारे त्वम् ।
ताभिस्समं प्रवृत्तो यमुनापुलिनेषु काममभिरंतुम् ॥4॥
चंद्रकरस्यंदलसत्सुंदरयमुनातटांतवीथीषु ।
गोपीजनोत्तरीयैरापादितसंस्तरो न्यषीदस्त्वम् ॥5॥
सुमधुरनर्मालपनैः करसंग्रहणैश्च चुंबनोल्लासैः ।
गाढालिंगनसंगैस्त्वमंगनालोकमाकुलीचकृषे ॥6॥
वासोहरणदिने यद्वासोहरणं प्रतिश्रुतं तासाम् ।
तदपि विभो रसविवशस्वांतानां कांत सुभ्रुवामदधाः ॥7॥
कंदलितघर्मलेशं कुंदमृदुस्मेरवक्त्रपाथोजम् ।
नंदसुत त्वां त्रिजगत्सुंदरमुपगूह्य नंदिता बालाः ॥8॥
विरहेष्वंगारमयः शृंगारमयश्च संगमे हि त्वम् नितरामंगारमयस्तत्र पुनस्संगमेऽपि चित्रमिदम् ॥9॥
राधातुंगपयोधरसाधुपरीरंभलोलुपात्मानम् ।
आराधये भवंतं पवनपुराधीश शमय सकलगदान् ॥10॥
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 35 (नारायणीयं दशक 35)
नारायणीयं दशक 35 भगवान विष्णु के अनंत अनुग्रह और उनकी दिव्य कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी अद्भुत लीलाओं का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 13 (नारायणीयं दशक 13)
नारायणीयं दशक 13 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 27 (नारायणीयं दशक 27)
नारायणीयं का सत्ताईसवां दशक भगवान विष्णु की असीम कृपा और उनके भक्तों के प्रति उनके अनुग्रह का वर्णन करता है। इस दशक में, भगवान की कृपा और उनके भक्तों के प्रति उनके प्रेम की महिमा की गई है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 10 (नारायणीयं दशक 10)
नारायणीयं दशक 10 में भगवान नारायण की कृपा और आशीर्वाद की अपेक्षा है। यह दशक भक्तों को भगवान के दिव्य समर्थन और संजीवनी शक्ति की विशेषता को समझाता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 41 (नारायणीयं दशक 41)
नारायणीयं दशक 41 भगवान विष्णु की महिमा और उनकी कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु के दिव्य गुणों और उनकी भक्तों के प्रति अनंत कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 18 (नारायणीयं दशक 18)
नारायणीयं दशक 18 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 40 (नारायणीयं दशक 40)
नारायणीयं दशक 40 भगवान विष्णु के अवतारों और उनकी कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनके अनंत अनुग्रह का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 29 (नारायणीयं दशक 29)
नारायणीयं का उनत्तीसवां दशक भगवान विष्णु के अनंत महिमा और उनकी लीला का वर्णन करता है। इस दशक में, भगवान के अनंत रूपों और उनकी दिव्यता का वर्णन किया गया है। भक्त भगवान की महिमा और उनकी असीम कृपा का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka