No festivals today or in the next 14 days. 🎉

जानकी जयंती 2025: माता सीता का जन्म कब और कैसे हुआ था?

Sita ashtami 2025: जानकी जयंती 2025 इस बार 20 February, Thursday को मनाई जा रही है। इस दिन Goddess Sita का जन्म होने के कारण इस तिथि को Janaki Prakatotsav के रूप में भी मनाया जाता है। Vedic Panchang के अनुसार, Sita Ashtami या Janaki Jayanti का पर्व Phalgun Month के Krishna Paksha Ashtami Tithi को मनाया जाता है। इसी दिन Kalashtami भी मनाई जाएगी।
कब मनाई जाएगी जानकी जयंती 2025:
Phalgun, Krishna Ashtami Start – 20 February को सुबह 09:58 AM
End – 21 February को सुबह 11:57 AM
इस बार Ashtami Tithi की शुरुआत Thursday, 20 February 2025 को सुबह 9:58 AM पर होगी। यह तिथि 21 February, Friday को सुबह 11:57 AM पर समाप्त होगी। Udaya Tithi को देखते हुए Janaki Jayanti को Calendar Discrepancy के कारण 20 और 21 February को मनाया जा सकता है।
माता सीता का जन्म कैसे हुआ था:
Goddess Sita, जिन्हें Janaki या Janakputri के नाम से जाना जाता है, Hindu Religion में पूजनीय देवी हैं। वे Maryada Purushottam Lord Rama की पत्नी और Mithila King Janak की पुत्री थीं। Ramayana में वर्णित Goddess Sita Birth Story के अनुसार, एक बार King Janak Yajna के लिए भूमि तैयार कर रहे थे। जब वे Ploughing the Land कर रहे थे, तब उन्हें Earth में एक Treasure Box मिली। उस Box में एक Beautiful Baby Girl लेटी हुई थी। King Janak ने उस कन्या को अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार किया।
Janakputri हल से मिली होने के कारण Sita को 'Sita' कहा गया। उन्हें Janaki इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह King Janak की पुत्री थीं और Janak को Videha King भी कहा जाता था, इसलिए Sita को Vaidehi भी कहा गया।
धार्मिक मान्यता:
धार्मिक मान्यतानुसार Goddess Sita को Goddess Lakshmi Avatar भी माना जाता है। वे Courage, Sacrifice, and Love की प्रतिमूर्ति हैं। इसी कारण Janaki Jayanti के दिन Mata Sita Puja की जाती है और उनके Virtues को याद किया जाता है।
साथ ही, Goddess Sita Lord Rama's Shakti होने के कारण Phalgun Krishna Ashtami के दिन Married Women व्रत रखती हैं। वे Husband's Long Life और Happy Married Life की कामना से Lord Rama and Goddess Sita Worship करती हैं और Sita’s Qualities को प्राप्त करने की भावना से Vrat रखती हैं।

Related Blogs

Shri Lakshmi Narayan Kavacham (श्री लक्ष्मीनारायण कवचम्)

लक्ष्मी नारायण कवच (Lakshmi Narayan Kavach) एक अत्यंत प्रभावशाली कवच है। इसका नियमित पाठ करने से साधक को Wealth, Prosperity और Good Health प्राप्त होती है, क्योंकि यह Goddess Lakshmi और Lord Narayana की कृपा को आकर्षित करता है। यदि कोई व्यक्ति अपने Business में लगातार Losses का सामना कर रहा है और कठिन Hard Work करने के बावजूद उसका Business सफल नहीं हो रहा, तो उसे अवश्य ही Lakshmi Narayan Kavach का पाठ करना चाहिए। यह व्यक्ति को Financial Stability दिलाने के साथ-साथ उसके व्यापार में Success और Growth प्रदान करता है। जो लोग आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं या Work Field में तरक्की नहीं मिल रही, उनके लिए यह कवच अत्यंत लाभकारी है। यह न केवल Money और Economic Progress को बढ़ावा देता है, बल्कि जीवन में Positivity भी लाता है। यदि किसी व्यक्ति का जीवन Tensions और Troubles से भरा हुआ है, और बार-बार Negative Thoughts मन में आते हैं, तो उसे इस कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए। यह मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है, जिससे जीवन में Happiness और Success का संचार होता है।
Kavacha

Shri Shani Chalisa (2) (श्री शनि चालीसा)

शनि चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान शनिदेव पर आधारित है। शनि चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। कई लोग शनि जयन्ती पर और शनिवार जो दिन भगवान शनि की पूजा करने के लिए समर्पित है, के दिन भी शनि चालीसा का पाठ करते हैं।
Chalisa

Sankat Mochan Hanuman Ashtakam (संकट मोचन हनुमान अष्टकम्)

संकट मोचन हनुमान अष्टक, जिसे Hanuman Ashtak भी कहा जाता है, एक Devotional Hindi Bhajan है जो Lord Hanuman को समर्पित है। Sankat Mochan Hanuman Ashtakam ("Sankat Mochan Naam Tiharo") की रचना Mahakavi Tulsidas ने की थी, जो Hanuman Ji के महान Devotee थे। Ashtak या Ashtakam का अर्थ होता है Eight, और यह Prayer Lord Hanuman की Stuti (Praise) में Eight Verses में रची गई है, और इसके अंत में एक Doha आता है। अधिकांश Hanuman Ji Temples में, इस Sankat Mochan Hanuman Ashtak का Path (Chanting) Hanuman Chalisa के बाद किया जाता है। यह Mantra न केवल इसे Recite करने वाले व्यक्ति को Benefits प्रदान करता है, बल्कि उसके Family Members के लिए भी Auspicious होता है। यह Mantra Mental Peace प्रदान करता है और Family Harmony लाने में Helpful होता है। इस Mantra का Regular Chanting करने से Health Improvement होता है, चाहे वह Adults का हो या Kids का। कई मामलों में, यह Mantra Court Cases में Positive Results लाने में भी Helpful सिद्ध हुआ है। Sankat Mochan Hanuman Ashtak का Recitation व्यक्ति और उसके Loved Ones के Overall Well-being के लिए किया जाता है। यह सभी Obstacles को Remove करता है और किसी भी Field में Success प्राप्त करने में Supportive होता है।
Ashtakam

Tara Kavacha Mantra (तारा-कवच मंत्र )

तारा कवच मंत्र देवी तारा की दिव्य सुरक्षा प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली मंत्र है। यह मंत्र भक्तों को नकारात्मक शक्तियों से बचाता है, मानसिक शांति प्रदान करता है और आध्यात्मिक उन्नति की ओर मार्गदर्शन करता है। तारा कवच मंत्र का जाप संकटों से मुक्ति और देवी तारा के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
Kavacha

Dhanvantari Mantra (धन्वंतरी मंत्र)

धन्वंतरि मंत्र भगवान धन्वंतरि की स्तुति और ध्यान के लिए उपयोग किया जाता है, जो आयुर्वेद के देवता और स्वास्थ्य के संरक्षक माने जाते हैं। धन्वंतरि, जिन्हें "Health God" और "Ayurveda Healer" के रूप में भी जाना जाता है, विष्णु के अवतार हैं। मंत्र का उच्चारण शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ आत्मा को शांति प्रदान करता है। इस मंत्र का नियमित जाप तन और मन को शक्ति प्रदान करता है और व्यक्ति को रोगों से बचने की क्षमता देता है। इसे "Holistic Health God Prayer" के रूप में भी देखा जा सकता है। भगवान धन्वंतरि की पूजा से सकारात्मक ऊर्जा, मानसिक शांति और आध्यात्मिक जागरूकता को प्रोत्साहन मिलता है।
Mantra

Ek Mukhi Hanumat Kavacham (श्री एक मुखी हनुमत्कवचम्)

यह Kavach भोजपत्र के ऊपर, ताड़पत्र पर या लाल रंग के silk cloth पर herbal ink से लिखकर कंठ या भुजा पर धारण करना चाहिए। इसे spiritual talisman में भरकर धारण करना लाभकारी रहता है। यह Kavach प्रभु Lord Shri Ramchandra के द्वारा 'Brahmanda Purana' में व्यक्त हुआ है। उनका divine shield है कि यह Kavach धारक की समस्त desires पूर्ण करता है। Sunday के दिन Peepal tree के नीचे बैठकर इसका पाठ करने से wealth growth व enemy destruction होता है। इस sacred armor को लिखकर frame करवा कर worship place में रखने से, इसकी panchopchar puja करने पर enemy defeat होता है और साधक का confidence बढ़ता है। रात्रि के समय ten times इसका पाठ करने से honor, success और उन्नति प्राप्त होती है। Midnight में जल में खड़े होकर seven times पाठ करने से tuberculosis, epilepsy आदि रोगों का शमन होता है। इस पाठ को morning, noon, and evening (three sandhyas) के समय प्रतिदिन chant करने से तीन मास में साधक की इच्छामात्र से enemy destruction होता है और Goddess Lakshmi’s blessings प्राप्त होती हैं। इसके साधक के पास negative energies, evil spirits, ghosts नहीं आ पाते हैं।
Kavacha

Bhagavad Gita Fourteenth Chapter (भगवत गीता चौदहवाँ अध्याय)

भगवद गीता चौदहवाँ अध्याय "गुणत्रय विभाग योग" के रूप में जाना जाता है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण सत्व, रजस, और तमस नामक तीन गुणों का विस्तार से वर्णन करते हैं। वे बताते हैं कि इन गुणों का संतुलन ही व्यक्ति के जीवन को नियंत्रित करता है। यह अध्याय "गुणों का प्रभाव", "सत्वगुण की महिमा", और "आध्यात्मिक उन्नति" पर आधारित है।
Bhagwat-Gita

Shri Batuk Chalisa (श्री बटुक चालीसा)

श्री नवग्रह चालीसा एक भक्ति गीत है जो नवग्रह पर आधारित है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सूर्य, चन्द्र, मङ्गल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु को नवग्रह कहा जाता है। नवग्रहों की पूजा astrological remedies और planetary balance के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस चालीसा का पाठ जीवन में harmony and prosperity लाने में मदद करता है और career growth के लिए शुभ माना जाता है।
Chalisa

Today Panchang

30 April 2025 (Wednesday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala