No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Narayaniyam Dashaka 47 (नारायणीयं दशक 47)
नारायणीयं दशक 47 (Narayaniyam Dashaka 47)
एकदा दधिविमाथकारिणीं मातरं समुपसेदिवान् भवान् ।
स्तन्यलोलुपतया निवारयन्नंकमेत्य पपिवान् पयोधरौ ॥1॥
अर्धपीतकुचकुड्मले त्वयि स्निग्धहासमधुराननांबुजे ।
दुग्धमीश दहने परिस्रुतं धर्तुमाशु जननी जगाम ते ॥2॥
सामिपीतरसभंगसंगतक्रोधभारपरिभूतचेतसा।
मंथदंडमुपगृह्य पाटितं हंत देव दधिभाजनं त्वया ॥3॥
उच्चलद्ध्वनितमुच्चकैस्तदा सन्निशम्य जननी समाद्रुता ।
त्वद्यशोविसरवद्ददर्श सा सद्य एव दधि विस्तृतं क्षितौ ॥4॥
वेदमार्गपरिमार्गितं रुषा त्वमवीक्ष्य परिमार्गयंत्यसौ ।
संददर्श सुकृतिन्युलूखले दीयमाननवनीतमोतवे ॥5॥
त्वां प्रगृह्य बत भीतिभावनाभासुराननसरोजमाशु सा ।
रोषरूषितमुखी सखीपुरो बंधनाय रशनामुपाददे ॥6॥
बंधुमिच्छति यमेव सज्जनस्तं भवंतमयि बंधुमिच्छती ।
सा नियुज्य रशनागुणान् बहून् द्व्यंगुलोनमखिलं किलैक्षत ॥7॥
विस्मितोत्स्मितसखीजनेक्षितां स्विन्नसन्नवपुषं निरीक्ष्य ताम् ।
नित्यमुक्तवपुरप्यहो हरे बंधमेव कृपयाऽन्वमन्यथाः ॥8॥
स्थीयतां चिरमुलूखले खलेत्यागता भवनमेव सा यदा।
प्रागुलूखलबिलांतरे तदा सर्पिरर्पितमदन्नवास्थिथाः ॥9॥
यद्यपाशसुगमो विभो भवान् संयतः किमु सपाशयाऽनया ।
एवमादि दिविजैरभिष्टुतो वातनाथ परिपाहि मां गदात् ॥10॥
Related to Vishnu
Vishnu Ji Mantra (विष्णु मंत्र)
भगवान विष्णु के मंत्र इतने शक्तिशाली हैं कि जो इन मंत्रों का जाप करता है उस व्यक्ति के चारों ओर एक शक्तिशाली सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करते हैं और वह जातक चमत्कारी परिवर्तनों को महसूस कर सकता है।Mantra
Narayaniyam Dashaka 49 (नारायणीयं दशक 49)
नारायणीयं दशक 49 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Shri Panchayudha Stotram (श्री पञ्चायुध स्तोत्रम्)
श्री पञ्चायुध स्तोत्रम् भगवान विष्णु के पाँच दिव्य आयुधों की महिमा का वर्णन करता है, जो बुराई का नाश करते हैं और भक्तों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।Stotra
Narayaniyam Dashaka 48 (नारायणीयं दशक 48)
नारायणीयं दशक 48 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 71 (नारायणीयं दशक 71)
नारायणीयं दशक 71 भगवान नारायण की महिमा का गुणगान करता है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 73 (नारायणीयं दशक 73)
नारायणीयं दशक 73 भगवान नारायण की महिमा और उनकी कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 53 (नारायणीयं दशक 53)
नारायणीयं दशक 53 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Maha Vishnu Stotram - Garudgaman Tav (महा विष्णु स्तोत्रम् - गरुडगमन तव)
महा विष्णु स्तोत्रम् - गरुडगमन तव भगवान विष्णु की स्तुति करने वाला एक प्रतिष्ठित स्तोत्र है, जो ब्रह्मांड के संरक्षक और रक्षक हैं, अक्सर गरुड़ पर सवार दिखाई देते हैं। इस स्तोत्र का जाप करने से दिव्य सुरक्षा, शांति और आध्यात्मिक उत्थान मिलता है।Stotra