No festivals today or in the next 14 days. 🎉

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि के पहले दिन भूलकर भी न करें ये 10 काम, बढ़ सकती हैं परेशानियां

Chaitra Navratri 2025: Hindu New Year की शुरुआत Chaitra Navratri से होती है। 30 मार्च 2025 से Chaitra month Navratri प्रारंभ हो रही है। इस बार Navratri 8 days की रहेगी। 6 अप्रैल Ram Navami के दिन इसका समापन होगा। 5 अप्रैल को Ashtami Pooja होगी। Chaitra Navratri को साधना और सिद्धि के लिए उत्तम Navratri festival माना जाता है, जबकि Sharadiya Navratri में माता की आराधना होती है।
Chaitra Navratri में भूलकर भी 10 कार्य न करें अन्यथा संपूर्ण वर्ष नकारात्मकता रहेगी।
1. Vrat fasting रखने वालों को beard trimming और hair cutting नहीं करवाने चाहिए। इसी के साथ नौ दिनों तक nail cutting नहीं करना चाहिए।
2. इन दिनों में सभी को Brahmacharya discipline का पालन करना चाहिए। Physical relationship बनाने से Vrat benefits नहीं मिलता है और नियम खंडित होता है।
3. अगर माता के नाम की Akhand Jyoti जला रहे हैं तो इन दिनों घर खाली छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहिए।
4. एक बार Vrat Sankalp लेने के बाद उसे तोड़ना नहीं चाहिए। यदि आपको कोई disease or fever हो जाए तो Vrat break किया जा सकता है।
5. Vrat followers को 9 दिनों तक खाने में grains, onion, garlic, non-veg, tobacco, white salt का सेवन नहीं करना चाहिए। Navratri Falahar एक ही स्थान पर बैठकर ग्रहण करें।
6. इन दिनों fasting people को 9 दिन तक lemon cutting नहीं करना चाहिए।
7. इन दिनों Navratri fasting करने वाले लोगों को slippers, shoes, bag, belt आदि leather products का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
8. Navratri 9 days fasting करने वालों को dirty or unwashed clothes पुनः धारण नहीं करने चाहिए।
9. इन दिनों यदि Durga Saptashati Path, Chalisa or Mantra पढ़ रहे हैं तो पढ़ते हुए बीच में से ना उठे और ना ही दूसरों से बातचीत करें, इससे इनका पूरा फल नहीं मिलता है और negative energies इसका फल ले जाती हैं।
10. Vishnu Purana के अनुसार, Navratri Vrat के समय दिन में सोना prohibited है।

Related Blogs

Shri Bhairavi Kavacham (श्री भैरवी कवचम्)

Shri Bhairavi Kavacham देवी भैरवी की शक्तियों और उनकी "Divine Protection" का आह्वान करता है। देवी भैरवी को "Goddess of Fearlessness" और "Supreme Power" के रूप में पूजा जाता है, जो हर प्रकार की शत्रुता और नकारात्मकता से बचाती हैं। यह कवच विशेष रूप से मानसिक और शारीरिक सुरक्षा प्रदान करता है। Shri Bhairavi Kavacham का पाठ "Divine Shield Prayer" और "Spiritual Protection Chant" के रूप में किया जाता है। इसके नियमित जाप से व्यक्ति को "Inner Peace" और "Mental Strength" प्राप्त होती है। यह स्तोत्र "Goddess Bhairavi Blessings" और "Fearlessness Hymn" के रूप में प्रभावी है। इस कवच का पाठ करने से "Spiritual Awakening" और "Positive Energy" का संचार होता है। Shri Bhairavi Kavacham को "Divine Protection Mantra" और "Powerful Goddess Prayer" के रूप में पढ़ने से जीवन में शांति और सफलता मिलती है। देवी भैरवी की कृपा से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में "Divine Guidance" प्राप्त होती है।
Kavacha

Shri Ram Chalisa

राम चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान राम के जीवन, आदर्शों और गुणों पर आधारित है। यह 40 छन्दों से मिलकर बनी एक प्रसिद्ध प्रार्थना है। राम चालीसा का पाठ भगवान राम की कृपा पाने, शांति, सुख, और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए किया जाता है। इसे विशेष रूप से राम नवमी, दशहरा, दीपावली, और अन्य रामभक्त त्योहारों पर गाया जाता है। राम चालीसा का पाठ करने से भक्तों को श्रीरामचरितमानस, संपूर्ण रामायण, और हनुमान चालीसा के समान आध्यात्मिक लाभ मिलता है। यह भगवान राम के गुणों जैसे मर्यादा पुरुषोत्तम, धैर्य, और त्याग को उजागर करता है। इस प्रार्थना को सुबह और शाम के समय, राम आरती, राम मंत्र जप, या राम कथा के साथ जोड़कर पाठ करना अत्यधिक शुभ माना गया है।
Chalisa

Shri Radha Chalisa (श्री राधा चालीसा)

राधा माता के प्रमुख नामों में राधा प्यारी, श्रीजी, ललिता सखी, और वृषभानु नंदिनी शामिल हैं। भक्तगण इस चालीसा का उपयोग श्रीकृष्ण के साथ राधा रानी की लीलाओं का स्मरण करने और राधा-कृष्ण भजनों के माध्यम से आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करने के लिए करते हैं।
Chalisa

Ganesha Chaturthi Puja Vidhi (गणेश चतुर्थी पूजा विधि)

गणेश चतुर्थी पूजा विधि एक महत्वपूर्ण Hindu Ritual है, जिसमें Lord Ganesha की Traditional Worship की जाती है। इस दिन भक्तगण Ganpati Sthapana कर Vedic Mantras और Sacred Offerings के साथ पूजन करते हैं। Modak Prasad अर्पित करना और Aarti & Bhajans गाना शुभ माना जाता है। Ganesh Puja Vidhi में Milk, Flowers, Durva Grass और Holy Items का प्रयोग किया जाता है। यह पूजा Obstacle Removal, Success & Prosperity के लिए अत्यंत फलदायी होती है। Eco-friendly Ganesha Idol की स्थापना से Spiritual Positivity और Nature Conservation को बढ़ावा मिलता है। अंत में, Visarjan Ceremony के दौरान भक्तजन Ganpati Bappa Morya का जयघोष करते हैं।
Puja-Vidhi

Bhagavad Gita Fourteenth Chapter (भगवत गीता चौदहवाँ अध्याय)

भगवद गीता चौदहवाँ अध्याय "गुणत्रय विभाग योग" के रूप में जाना जाता है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण सत्व, रजस, और तमस नामक तीन गुणों का विस्तार से वर्णन करते हैं। वे बताते हैं कि इन गुणों का संतुलन ही व्यक्ति के जीवन को नियंत्रित करता है। यह अध्याय "गुणों का प्रभाव", "सत्वगुण की महिमा", और "आध्यात्मिक उन्नति" पर आधारित है।
Bhagwat-Gita

Shri Rudrashtakam Stotra (श्रीरुद्राष्टकम्)

सनातन धर्म में भगवान शिव शंकर को सभी देवों में सबसे उच्च स्थान प्राप्त है। माना जाता है कि शिव जी आसानी से प्रसन्न हो जाने वाले देवता हैं। यदि कोई भक्त श्रद्धा पूर्वक उन्हें केवल एक लोटा जल भी अर्पित कर दे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। यदि आप शिव जी की विशेष कृपा पाना चाहते हैं 'श्री शिव रूद्राष्टकम' का पाठ करना चाहिए। 'शिव रुद्राष्टकम' अपने-आप में अद्भुत स्तुति है। यदि कोई शत्रु आपको परेशान कर रहा है तो किसी शिव मंदिर या घर में ही कुशा के आसन पर बैठकर लगातार 7 दिनों तक सुबह शाम 'रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ करने से शिव जी बड़े से बड़े शत्रुओं का नाश पल भर में करते हैं और सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। रामायण के अनुसार, मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम ने रावण जैसे भयंकर शत्रु पर विजय पाने के लिए रामेशवरम में शिवलिंग की स्थापना कर रूद्राष्टकम स्तुति का श्रद्धापूर्वक पाठ किया था और परिणाम स्वरूप शिव की कृपा से रावण का अंत भी हुआ था।
Stotra

Shri Vishwakarma Chalisha (श्री विश्वकर्मा चालीसा)

विश्वकर्मा चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान विश्वकर्मा पर आधारित है। हिंदू धर्म में Lord Vishwakarma को सृजन और निर्माण का देवता माना जाता है। विश्वकर्मा चालीसा का पाठ करने से creativity और innovation में वृद्धि होती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो engineering, architecture, या अन्य तकनीकी क्षेत्रों में काम करते हैं।
Chalisa

Maa Kali Stotra (कालीस्तव)

माँ काली स्तोत्र देवी काली की महिमा और उनकी दिव्य शक्तियों की स्तुति करने वाला एक पवित्र भक्ति गीत है। इसमें देवी काली की शक्ति, साहस, और अंधकार तथा बुराई को समाप्त करने की भूमिका का वर्णन किया गया है।
Stotra

Today Panchang

19 June 2025 (Thursday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala