No festivals today or in the next 14 days. 🎉

महाकुंभ 2025: कुंभ में गंगा स्नान से पहले जान लें ये नियम, मिलेगा पूरा पुण्य लाभ

महाकुंभ में गंगा स्नान एक पवित्र अनुष्ठान है। हिंदू धर्म में गंगा स्नान का विशेष महत्व है खासकर ग्रस्तों के लिए महाकुंभ में गंगा स्नान की बहुत मानता है। इस पवित्र अनुष्ठान को करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। इन नियमों का पालन करने से हमें पूर्ण पुण्य लाभ प्राप्त होता है

गृहस्थों के लिए गंगा स्नान के महत्वपूर्ण नियम

साधु-संतों को दें प्राथमिकता: महाकुंभ में साधु-संतों का विशेष स्थान होता है। शाही स्नान के दौरान विशेषकर साधु-संतों को पहले स्नान करने का अवसर दिया जाता है। गृहस्थों को साधु-संतों के स्नान के बाद ही स्नान करना चाहिए। ऐसा न करने पर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पाप लग सकता है।
पांच बार डुबकी: गंगा स्नान के दौरान कम से कम पांच बार डुबकी लगाना शुभ माना जाता है। यह संख्या धार्मिक महत्व रखती है और माना जाता है कि इससे पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) का शुद्धीकरण होता है।
मन में पवित्र भाव: गंगा स्नान करते समय मन को पवित्र भावों से भर देना चाहिए। किसी भी प्रकार का बुरा विचार मन में नहीं लाना चाहिए।
शांत वातावरण: स्नान के दौरान शांत वातावरण बनाए रखना चाहिए। शोर-शराबा करने से पवित्रता भंग होती है।
साफ-सफाई: स्नान करने से पहले शरीर को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए।
दान: स्नान के बाद जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। यह पुण्य का काम माना जाता है।

मकहाकुम्भ में गंगा स्नान का महत्व

गंगा स्नान को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। माना जाता है कि गंगा जल में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मन शुद्ध हो जाता है। महाकुंभ में गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस दौरान ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति होती है जिससे गंगा जल और अधिक पवित्र हो जाता है।

Related Blogs

Shrimad Bhagwad Gita Parayaan - Chapter 7 (श्रीमद्भगवद्गीता पारायण - सप्तमोऽध्यायः)

श्रीमद्भगवद्गीता पारायण के सप्तमोऽध्याय में कृष्ण ने अर्जुन को भक्ति योग और ईश्वर की अद्वितीयता के बारे में समझाया है।
Shrimad-Bhagwad-Gita-Parayaan

Shri Devi Khadgamala Stotram (श्री देवी खड्गमाला स्तोत्रम्)

देवी खड्गमाला स्तोत्रम माँ ललिता त्रिपुरसुंदरी को समर्पित एक शक्तिशाली और पवित्र स्तोत्र है। यह स्तोत्र भक्तों को अद्भुत ऊर्जा, आत्मविश्वास और सुरक्षा प्रदान करता है। खड्गमाला का अर्थ है खड्ग (तलवार) और माला (मंत्रों की माला)। यह स्तोत्र भक्त को हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा, भय, और दुष्ट शक्तियों ,/em>से बचाने में सहायक होता है। इस स्तोत्र में दिव्य शक्तियों और देवियों का आवाहन किया जाता है, जो साधक को आध्यात्मिक प्रगति और आत्मबल प्रदान करती हैं। देवी खड्गमाला स्तोत्रम का पाठ करने से ग्रह दोष, कर्म बाधाओं, और शत्रु नाश में सहायता मिलती है।
Stotra

Shri Mahishasura Mardini Stotram (Aigiri Nandini) (श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि))

Shri Mahishasura Mardini Stotram देवी Durga की divine power और supreme strength का गुणगान करने वाला एक sacred hymn है। यह holy chant उनके द्वारा Mahishasura नामक demon के विनाश और cosmic balance स्थापित करने का वर्णन करता है। इस stotra के पाठ से negative energy समाप्त होती है और spiritual protection मिलती है। भक्तों को courage, prosperity, और divine blessings प्राप्त होते हैं। यह powerful mantra bhakti, karma, और moksha की प्राप्ति में सहायक होता है। Shri Mahishasura Mardini Stotram का जाप जीवन में positivity और inner strength लाने में मदद करता है।
Stotra

Siddha Kunjika Stotram (सिद्ध कुंजिका स्तोत्रम्)

सिद्ध कुंजिका स्तोत्रम्: यह स्तोत्र देवी दुर्गा को समर्पित है और उनके अद्भुत शक्तियों का वर्णन करता है।
Stotra

Shivanand Lahari (शिवानन्द लहरि)

शिवानन्द लहरी भगवान शिव की स्तुति में रचित एक भजन है, जो उनकी अनंत कृपा और आशीर्वाद को आमंत्रित करता है।
Lahari

Sarva Deva Krutha Shri Lakshmi Stotram (सर्वदेव कृत श्री लक्ष्मी स्तोत्रम्)

Sarva Deva Krutha Shri Lakshmi Stotram देवी Lakshmi की divine glory और supreme blessings का गुणगान करने वाला एक sacred hymn है। यह holy chant सभी gods द्वारा देवी Lakshmi की prosperity, wealth, और fortune प्रदान करने वाली शक्तियों की स्तुति करता है। इस stotra के पाठ से negative energy दूर होती है और spiritual abundance प्राप्त होती है। भक्तों को success, happiness, और divine blessings मिलते हैं। यह powerful mantra karma, bhakti, और dharma को मजबूत करता है। Sarva Deva Krutha Shri Lakshmi Stotram का जाप जीवन में positivity, peace, और financial growth लाने में सहायक होता है।
Stotra

Narayaniyam Dashaka 48 (नारायणीयं दशक 48)

नारायणीयं दशक 48 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।
Narayaniyam-Dashaka

Venu Gopala Ashtakam (वेणु गोपाल अष्टकम्)

वेणु गोपाल अष्टकम् भगवान कृष्ण की बांसुरी की मधुर ध्वनि की स्तुति करने वाला एक अद्वितीय स्तोत्र है। यह स्तोत्र भक्तों को गोपाल की बांसुरी की धुन और उनकी महिमा का अनुभव करने में मदद करता है।
Ashtakam

Today Panchang

30 April 2025 (Wednesday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala