No festivals today or in the next 14 days. 🎉

नर्मदा नदी की उल्टी धारा का रहस्य: वैज्ञानिक कारण और पौराणिक कथा

Scientific Reason behind Reverse Flow of Narmada River:- Narmada River, जिसे 'Rewa River' के नाम से भी जाना जाता है, India's major rivers में से एक है। यह Madhya Pradesh and Gujarat states के लिए lifeline है, जो लाखों लोगों को water and livelihood प्रदान करती है। Narmada River Religious Significance भी बहुत अधिक है, इसे Ganga River के समान पवित्र माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह नदी अन्य नदियों के विपरीत, reverse direction में क्यों बहती है?
Scientific Reason: Effect of Rift Valley
Narmada River Reverse Flow का मुख्य कारण Rift Valley Geographical Structure है। Rift Valley एक crack-like valley होती है, जो tectonic plate movements के कारण बनती है। इस घाटी के कारण नदी का बहाव opposite slope direction में होता है।
Mythological Story: A Love Legend
Narmada River Reverse Flow Mystery के पीछे एक mythological story भी है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, Narmada River का विवाह Sonbhadra River के साथ तय हुआ था। लेकिन Narmada’s friend Johila को Sonbhadra पसंद आ गया और Sonbhadra River Love Story में बदल गया। जब इस बात का पता Narmada को लगा, तो इससे दुखी होकर उन्होंने आजीवन remain unmarried रहने का निर्णय लिया और flow in opposite direction में बहने लगी।
Narmada River Significance
Narmada River न केवल अपने reverse flow के लिए जानी जाती है, बल्कि यह biodiversity hotspot भी है। इस नदी के किनारे कई wildlife sanctuaries और national parks स्थित हैं, जो विभिन्न प्रकार के flora and fauna का घर हैं।
Narmada River Reverse Flow निश्चित ही एक interesting and mysterious phenomenon है। इसके पीछे scientific and mythological reasons दोनों बताए जाते हैं। चाहे कारण जो भी हो, Narmada River India’s Sacred Rivers में से एक है, जो लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करती है।

Related Blogs

Dakaradi Shri Durga Sahasranama Stotram (दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्)

दकारादि श्री दुर्गा सहस्रनाम स्तोत्रम एक शक्तिशाली Hindu Stotra है, जिसमें Maa Durga के 1000 Sacred Names वर्णित हैं। यह स्तोत्र Spiritual Protection और Divine Blessings प्राप्त करने के लिए पाठ किया जाता है। Shakti Worship में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है, जो Negative Energy Removal में सहायक होती है। भक्तगण इसे पढ़कर Success & Prosperity की प्राप्ति करते हैं। यह Vedic Scriptures में वर्णित Goddess Durga Stotra में से एक है। इसका नियमित पाठ Karma Cleansing और Positive Vibrations को बढ़ाता है। Devotional Chanting से भक्त को Inner Peace & Strength मिलती है।
Sahasranama-Stotram

Shri Hanuman Stotram (श्री हनुमत्स्तोत्रम्)

Hanuman ji Stotra मंगलवार का दिन भगवान हनुमान की पूजा के लिए बेहद शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त संकट मोचन को प्रसन्न करना चाहते हैं या फिर उनकी पूरी कृपा पाना (Hanuman ji Puja Vidhi) चाहते हैं तो उन्हें प्रत्येक दिन श्री हनुमान स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए जो इस प्रकार हैं-
Stotra

Krishnan Stuti (कृष्ण स्तुति)

कृष्ण स्तुति भगवान कृष्ण (Lord Krishna), जिन्हें "Supreme Being," "Yogeshwar," और "Protector of Dharma" कहा जाता है, की महिमा का गान है। यह स्तुति उनके "divine play" (Leela), "infinite wisdom," और "unconditional love" का वर्णन करती है। श्रीकृष्ण अपने भक्तों को "spiritual enlightenment," "inner peace," और "devotional bliss" प्रदान करते हैं। कृष्ण स्तुति का पाठ "harmony," "prosperity," और "divine blessings" की प्राप्ति का मार्ग है।
Stuti

Tripura Bhairavi Kavacham (त्रिपुरभैरवी कवचम्)

त्रिपुर भैरवी माता को दस महाविद्याओं में से पांचवीं महाविद्या के रूप में जाना जाता है। यह कवच देवी भैरवी की साधना के लिए समर्पित है। त्रिपुर भैरवी कवच का पाठ साधक के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है। इसे पढ़ने से जीवनयापन और व्यवसाय में अत्यधिक वृद्धि होती है। भले ही साधक दोनों हाथों से खर्च करे, लेकिन त्रिपुर भैरवी कवच का पाठ करने से धन की कोई कमी नहीं होती। इस कवच का पाठ करने से शरीर में आकर्षण उत्पन्न होता है, आँखों में सम्मोहन रहता है, और स्त्रियाँ उसकी ओर आकर्षित होती हैं। साधक बच्चों से लेकर वरिष्ठ मंत्री तक सभी को सम्मोहित कर सकता है। यदि त्रिपुर भैरवी यंत्र को कवच पाठ के दौरान सामने रखा जाए, तो साधक में सकारात्मक ऊर्जा का संचार शुरू हो जाता है। उसका आत्मविश्वास बढ़ने लगता है, जिससे वह हर कार्य में सफलता प्राप्त करता है। यह भी देखा गया है कि इस कवच का पाठ करने और त्रिपुर भैरवी गुटिका धारण करने से प्रेम जीवन की सभी बाधाएँ दूर होने लगती हैं। साधक को इच्छित वधु या वर से विवाह का सुख प्राप्त होता है। अच्छे जीवनसाथी का साथ मिलने से जीवन सुखमय हो जाता है।
Kavacha

Shri Kamalapati Ashtakam (श्री कमलापति अष्टकम् )

श्री कमलापति अष्टकम भगवान विष्णु के प्रसिद्ध अष्टकमों में से एक है । कमलापत्य अष्टकम् भगवान विष्णु की स्तुति में रचित और गाया गया है। यह एक प्रार्थना है जो विष्णु को समर्पित है। विष्णु हमें सच्चा मार्ग दिखाते हैं और उस माया को दूर करते हैं जिसमें हम जीते हैं। यह अष्टकम स्तोत्र है, जिसे यदि पूर्ण भक्ति के साथ पढ़ा जाए तो यह मोक्ष या अंतिम मुक्ति के मार्ग पर ले जाता है। कमलापत्य अष्टकम् भगवान विष्णु को समर्पित है। इसे स्वामी ब्रह्मानंद द्वारा रचा गया है।
Ashtakam

Shri Narayana Ashtakam (श्री नारायण अष्टकम् )

श्री नारायण अष्टकम्: हिंदू मान्यता के अनुसार, श्री नारायण अष्टकम का नियमित जाप भगवान विष्णु को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका है। सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने के लिए, श्री नारायण अष्टकम का पाठ सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर के सामने करना चाहिए। इसके प्रभाव को अधिकतम करने के लिए, पहले श्री नारायण अष्टकम का अर्थ हिंदी में समझना चाहिए।
Ashtakam

Shri Ganapati Stotram (श्री गणपति स्तोत्रम्)

श्री गणपति स्तोत्रम् (Shri Ganapati Stotram) भगवान गणेश (Lord Ganesha) की महिमा का वर्णन करने वाला एक पवित्र स्तोत्र (sacred hymn) है। इसका पाठ (recitation) करने से व्यक्ति को सभी प्रकार की बाधाओं (obstacles) से मुक्ति मिलती है और वह सफलता (success) प्राप्त करता है। श्री गणपति स्तोत्रम् को ज्ञान (wisdom), समृद्धि (prosperity) और शुभता (auspiciousness) के लिए विशेष रूप से पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र भगवान गणेश के शक्तिशाली (powerful) और कृपालु (compassionate) रूप की आराधना करता है। इसका नियमित पाठ (regular recitation) मानसिक शांति (mental peace) और आत्मबल (inner strength) प्रदान करता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता (remover of obstacles) और शुभकर्ता (bestower of blessings) कहा जाता है, और इस स्तोत्र में उनकी इन्हीं विशेषताओं की स्तुति की गई है।
Stotra

Shri Sita Kavacham (श्री सीता कवचम्)

श्री सीता कवचम् एक अद्भुत वैदिक स्तोत्र है, जो देवी सीता की महिमा और सुरक्षा प्रदान करने वाले गुणों का वर्णन करता है। यह कवच भगवान श्रीराम की परम प्रिया और त्याग, धैर्य, एवं निष्ठा की प्रतीक माता सीता की स्तुति करता है। यह कवच भक्तों को देवी सीता के समान साहस और धैर्य प्रदान करने में सहायक है। यह स्तोत्र उनके आशीर्वाद के साथ जीवन में सफलता, शांति और समृद्धि लाने की शक्ति रखता है। इस कवच का पाठ जीवन में "positivity", "spiritual growth" और "divine blessings" लाने के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। "Protection mantra", "Hindu scriptures", और "devotional hymns" जैसे विषयों से जुड़ने वाले पाठकों के लिए यह कवच अत्यंत प्रभावी है।
Kavacha

Today Panchang

19 June 2025 (Thursday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala