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प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान जरूर घूमें ये 10 घाट, गंगा आरती से लेकर कई मनोरम दृश्यों का ले सकेंगे आनंद

प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक है। यहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम होता है, जो इसे धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाता है। महाकुंभ के दौरान, लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। इस लेख में, हम प्रयागराज के 10 प्रमुख घाटों के बारे में बताएंगे, जो महाकुंभ के दौरान घूमने लायक हैं।
अगर आप कुंभ के दौरान प्रयागराज जा रहे हैं तो आपको इन घाटों पर जरूर जाना चाहिए। इन घाटों की सुंदरता और मनोरम दृश्य आपका मन मोह लेंगे।
संगम घाट:
संगम घाट प्रयागराज का सबसे पवित्र घाट है, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां मिलती हैं। महाकुंभ के दौरान, लाखों श्रद्धालु यहां आकर पवित्र स्नान करते हैं।
दशाश्वमेध घाट
दशाश्वमेध घाट प्रयागराज का एक और प्रमुख घाट है। यहां हर शाम गंगा आरती का भव्य आयोजन होता है, जो देखने लायक होता है।
अरैल घाट
अरैल घाट को साधु-संतों का घाट भी कहा जाता है। यहां कई आश्रम और मठ हैं, जहां साधु-संत रहते हैं।
राम घाट
राम घाट का नाम भगवान राम के नाम पर रखा गया है। यहां एक सुंदर मंदिर भी है।
लक्ष्मी घाट
लक्ष्मी घाट को माता लक्ष्मी को समर्पित है। यहां माता लक्ष्मी का एक भव्य मंदिर है।
हनुमान घाट
हनुमान घाट भगवान हनुमान को समर्पित है। यहां भगवान हनुमान का एक विशाल मंदिर है।
श्रीवास्तव घाट
श्रीवास्तव घाट एक शांत और शांतिपूर्ण घाट है। यहां आप ध्यान और योग कर सकते हैं।
नरौरा घाट
नरौरा घाट एक ऐतिहासिक घाट है। यहां कई पुराने मंदिर और मस्जिदें हैं।
खुसरो बाग घाट
खुसरो बाग घाट को मुगल बादशाह जहांगीर के बेटे खुसरो ने बनवाया था। यहां एक सुंदर बाग भी है।
किला घाट
किला घाट प्रयागराज का एक ऐतिहासिक घाट है। यहां से आप प्रयागराज किले के खंडहर देख सकते हैं।
महाकुंभ के दौरान क्यों घूमें ये घाट?
महाकुंभ के दौरान, ये सभी घाट श्रद्धालुओं से गुलजार हो जाते हैं। यहां आप न केवल पवित्र स्नान कर सकते हैं बल्कि विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भी भाग ले सकते हैं। इसके अलावा, आप यहां की स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का भी अनुभव कर सकते हैं।

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