No festivals today or in the next 14 days. 🎉

बसौड़ा 2025: सप्तमी-अष्टमी के व्यंजन, इन पकवानों से लगाएं शीतला माता को भोग

Shitala Saptami Prasad: Basoda, जिसे Sheetla Ashtami के नाम से भी जाना जाता है, Mata Sheetla को समर्पित एक महत्वपूर्ण Hindu festival है। 2025 में, यह त्योहार 22 March को तथा 21 March Sheetla Saptami का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन, Mata Sheetla को stale food का भोग लगाया जाता है, जिसे एक दिन पहले Saptami Tithi को तैयार किया जाता है।
Saptami Tithi को तैयार किए जाने वाले traditional Indian dishes:
• Sweet Rice (मीठे चावल): Rice को jaggery या sugar के साथ पकाकर मीठे चावल बनाए जाते हैं।
• Rabri (राबड़ी): Millet flour को buttermilk में मिलाकर राबड़ी बनाई जाती है।
• Pua (पूए): Flour और jaggery से बने मीठे पकवान।
• Halwa (हलवा): Semolina या wheat flour को ghee और sugar के साथ पकाकर हलवा बनाया जाता है।
• Dal-Chawal (दाल-चावल): Lentils और rice को एक साथ पकाकर khichdi बनाई जाती है।
• Kadhi (कढ़ी): Gram flour और yogurt से बनी कढ़ी।
• Gulgule (गुलगुले): Sweet fritters जो flour और jaggery से बनाए जाते हैं।
• Pakora (पकौड़े): Savory fritters जो gram flour और vegetables से तैयार होते हैं।
Ashtami Tithi ko lagaye jane wale bhog:
• Saptami Tithi को तैयार किए गए सभी stale food व्यंजन।
• Curd (दही)
• Lassi (लस्सी)
• Buttermilk (मट्ठा)
Traditional belief के अनुसार, Mata Sheetla को प्रसन्न करने हेतु इस दिन stale food ग्रहण किया जाता है, जिससे chickenpox, measles, और अन्य skin diseases के प्रकोप से हमारी सुरक्षा होती है।

Related Blogs

Bhadrakali Stuti (भद्रकाली स्तुति)

भद्रकाली स्तुति (Bhadrakali Stuti) देवी भद्रकाली (Goddess Bhadrakali) की महिमा का वर्णन करने वाला पवित्र स्तोत्र (sacred hymn) है। इसका पाठ (recitation) करने से नकारात्मक ऊर्जा (negative energy) और बुरी शक्तियों (evil forces) से सुरक्षा मिलती है। यह स्तुति देवी के रक्षात्मक (protective) और उग्र (fierce) रूप की आराधना करती है, जो भक्तों को भय (fear) और बाधाओं (obstacles) से मुक्त करती है। भद्रकाली स्तुति का नियमित पाठ जीवन में सुख (happiness), शांति (peace) और समृद्धि (prosperity) लाता है। यह देवी के आशीर्वाद (blessings of Goddess) प्राप्त करने और आध्यात्मिक शक्ति (spiritual power) को बढ़ाने का मार्ग है।
Stuti

Shri Hanuman Ji Arti (श्री हनुमानजी)

श्री हनुमान जी की आरती भगवान हनुमान की भक्ति और शक्ति का प्रतीक है। यह आरती भक्तों को आध्यात्मिक बल, साहस, भय से मुक्ति, और संकटों का नाश करने की शक्ति प्रदान करती है। Hanuman Aarti, जिन्हें Sankat Mochan भी कहा जाता है, में उनके शौर्य और पराक्रम का वर्णन है। भक्त उनकी आरती गाकर अपने जीवन में धैर्य, आत्मबल, और भक्ति का अनुभव करते हैं।
Arti

Shri Ram Chalisa

राम चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान राम के जीवन, आदर्शों और गुणों पर आधारित है। यह 40 छन्दों से मिलकर बनी एक प्रसिद्ध प्रार्थना है। राम चालीसा का पाठ भगवान राम की कृपा पाने, शांति, सुख, और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए किया जाता है। इसे विशेष रूप से राम नवमी, दशहरा, दीपावली, और अन्य रामभक्त त्योहारों पर गाया जाता है। राम चालीसा का पाठ करने से भक्तों को श्रीरामचरितमानस, संपूर्ण रामायण, और हनुमान चालीसा के समान आध्यात्मिक लाभ मिलता है। यह भगवान राम के गुणों जैसे मर्यादा पुरुषोत्तम, धैर्य, और त्याग को उजागर करता है। इस प्रार्थना को सुबह और शाम के समय, राम आरती, राम मंत्र जप, या राम कथा के साथ जोड़कर पाठ करना अत्यधिक शुभ माना गया है।
Chalisa

Shri Ganesh Ji Mantra (श्री गणेश जी मंत्र)

भगवान श्री गणेश (Lord Ganesh) सभी तरह के विघ्न हरने वाले देवता हैं। भगवान गणेश के मंत्रों (Ganesh Mantra) का जाप करना अतिशुभ माना जाता है। श्री गणेश की कृपा पाने के लिए उनके मंत्रों का जाप हमें नियमित रूप से करना चाहिए। प्रतिदिन इन मंत्रों के जाप से आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं। यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं भगवान श्री गणेश के सरल मंत्र (Ganesh Ke Saral Mantra)
Mantra

Maha Lakshmyashtakam Strotra (महालक्ष्म्यष्टकम्)

महालक्ष्मी अष्टकम देवराज इन्द्र द्वारा रचित माता लक्ष्मी को समर्पित एक स्तोत्र है, इसका उल्लेख पद्म पुराण में हुआ है। इस स्तोत्र के नियमित पाठ से साधक महालक्ष्मी की कृपा से धन-धान्य संपन्न हो जाता है, उसके महान पातकों और शत्रुओं का नाश हो जाता है।
Stotra

Matangi(10 Mahavidya) मातङ्गी

मातंगी दस महाविद्याओं में आठवीं देवी हैं। वे ज्ञान, वाणी, और संगीत की अधिष्ठात्री देवी हैं। उनकी साधना विद्या, सृजनात्मकता, और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए की जाती है। मातंगी का स्वरूप कला और संगीत की दिव्यता का प्रतीक है।
10-Mahavidya

Sundarkand (सुन्दरकाण्ड)

सुंदरकांड रामायण का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो भगवान श्रीराम के भक्त हनुमान जी द्वारा लंका में सीता माता की खोज के समय की घटनाओं का वर्णन करता है। इसमें Hanuman के साहस, भक्ति, और Sri Ram के प्रति अडिग विश्वास को दर्शाया गया है।
Sundarkand

Kali (10 Mahavidya) (काली)

काली दस महाविद्याओं में प्रथम और सबसे प्रचंड स्वरूप है। यह देवी अधिकार, शक्ति, और समय का प्रतीक है। काली का स्वरूप भयावह है, लेकिन वे भक्तों के लिए ममतामयी मां हैं। उनकी पूजा भय, मृत्यु, और अज्ञान से मुक्ति के लिए की जाती है। काली का तांत्रिक महत्व भी है और इनकी साधना से आध्यात्मिक जागृति और मुक्ति संभव है।
10-Mahavidya

Today Panchang

19 June 2025 (Thursday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala