No festivals today or in the next 14 days. 🎉

नवरात्रि की दूसरी देवी मां ब्रह्मचारिणी की कथा

Brahmacharini Ki Katha: देवी Brahmacharini की कथा के अनुसार पूर्वजन्म में इस देवी ने Himalaya’s House में पुत्री रूप में जन्म लिया था। Narad Muni's Guidance से Lord Shiva as Husband प्राप्त करने के लिए घोर Tapasya (Penance) की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें Tapascharini (Ascetic Goddess) अर्थात्‌ Brahmacharini नाम से अभिहित किया गया। एक हजार वर्ष तक इन्होंने केवल Fruits & Flowers Diet अपनाया और सौ वर्षों तक केवल Ground-Dwelling & Leaf Diet किया।
कुछ दिनों तक कठिन Fasting (Upvaas) रखा और खुले आकाश के नीचे Severe Weather Conditions (Rain & Sun) के घोर कष्ट सहे। तीन हजार वर्षों तक Broken Bilva Leaves Diet लिया और Lord Shiva Worship (Shiva Aradhana) करती रहीं। इसके बाद उन्होंने Dry Bilva Leaves Eating भी त्याग दिया। कई हजार वर्षों तक Waterless & Foodless Fasting (Nirjal Nirahar Tapasya) किया। Leafless Fasting के कारण ही इन्हें Aparna नाम प्राप्त हुआ।
कठिन Penance (Tapasya) के कारण Devi's Body अत्यधिक क्षीण हो गई। Deities, Sages (Rishis), Siddhas, & Munis सभी ने Brahmacharini’s Penance को Unparalleled Holy Act (Punya Karya) बताया, सराहना की और कहा- "हे देवी! आज तक किसी ने इतनी कठोर तपस्या नहीं की। यह केवल तुम्हीं से संभव थी।"
उन्होंने देवी से कहा, "तुम्हारी Desire (Manokamna) पूर्ण होगी और Lord Chandramouli Shiva (Lord of Crescent Moon) तुम्हें पति रूप में प्राप्त होंगे। अब तुम तपस्या छोड़कर घर लौट जाओ। जल्द ही तुम्हारे पिता तुम्हें बुलाने आ रहे हैं।"
इस देवी की कथा का सार यह है कि Life Struggles (Jeevan Ke Kathin Sangharsh) में भी Mind Should Not Waver (Man Vichlit Nahi Hona Chahiye)। Maa Brahmacharini’s Blessings (Devi Kripa) से All Siddhis (Divine Powers) प्राप्त होती हैं। Navratri Second Day Puja (Durga Puja Day 2) पर देवी के इसी स्वरूप की उपासना की जाती है।

Related Blogs

Shri Gangashtakam Stotra श्री गङ्गाष्टकम् स्तोत्र

श्री गंगाष्टकम् स्तोत्र पवित्र गंगा नदी (River Ganga) की महिमा और उनके दिव्य स्वरूप का वर्णन करता है। इसे माँ गंगा (Goddess Ganga) की स्तुति में रचा गया है, जो पापनाशिनी (Remover of Sins) और मोक्षदायिनी (Bestower of Salvation) के रूप में पूजित हैं। यह स्तोत्र भक्तों को पवित्रता (Purity), आध्यात्मिक ऊर्जा (Spiritual Energy) और दिव्य कृपा (Divine Blessings) प्रदान करता है। श्री गंगाष्टकम् का पाठ करने से व्यक्ति को सकारात्मकता (Positivity) और शुद्धि (Cleansing) का अनुभव होता है। माँ गंगा की स्तुति भक्तों को पवित्र जल (Sacred Waters) के महत्व का बोध कराती है और उन्हें दिव्य शक्ति (Divine Power) और आध्यात्मिक जागरूकता (Spiritual Awareness) की ओर अग्रसर करती है। श्री गंगाष्टकम् माँ गंगा की अनंत कृपा को पाने का सरल और प्रभावी माध्यम है।
Devi-Stotra

Maa Tara Stotra (माँ तारा-स्तोत्र)

माँ तारा स्तोत्र देवी तारा की स्तुति करने वाला एक भक्ति गीत है, जो उनके दिव्य रूप, शक्तियों और आशीर्वाद की महिमा का वर्णन करता है। इस स्तोत्र के जाप से भक्तों को मानसिक शांति, सुरक्षा, और संकटों से मुक्ति मिलती है। यह आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति के लिए प्रभावी होता है।
Stotra

Durga Maa Mantra (दुर्गा माँ मंत्र)

दुर्गा माँ मंत्र देवी दुर्गा की शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली मंत्र है। यह Durga Mantra for Protection भक्तों को बुराई, संकटों और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति दिलाता है, मानसिक शांति और सुरक्षा प्रदान करता है। Devi Durga Powerful Mantra न केवल दुर्गा माँ के प्रति आस्था को बढ़ाता है, बल्कि यह जीवन में आध्यात्मिक उन्नति और पॉजिटिव एनर्जी लाने में सहायक होता है। Durga Beej Mantra और Mantra to Remove Negativity विशेष रूप से उन भक्तों के लिए प्रभावी हैं जो जीवन में सकारात्मक परिवर्तन चाहते हैं। यह मंत्र Maa Durga Aarti और दुर्गा सप्तशती के पाठ के साथ और अधिक फलदायक होता है। Durga Maa Ki Puja और Mantra for Peace and Security का नियमित जाप जीवन में सुख, शांति और आध्यात्मिक उन्नति का अनुभव कराता है।
Mantra

Sharada Bhujanga Prayata Ashtakam (शारदा भुजंग प्रयात अष्टकम्)

Sharada Bhujanga Prayata Ashtakam एक sacred hymn है, जो Goddess Saraswati Stotra के रूप में विद्या, बुद्धि और ज्ञान प्राप्ति के लिए गाया जाता है। इस स्तोत्र का पाठ विशेष रूप से Vasant Panchami, Saraswati Puja और academic success rituals के दौरान किया जाता है। यह मंत्र विद्यार्थियों, विद्वानों और कलाकारों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि इसके जाप से memory power, creativity, artistic skills और spiritual enlightenment प्राप्त होती है। माँ सरस्वती की कृपा से speech clarity, wisdom और intellectual growth बढ़ती है, जिससे पढ़ाई और कला में सफलता प्राप्त होती है। इस मंत्र की पूजा विधि सरल और प्रभावशाली है। प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और Saraswati Idol or Yantra के समक्ष दीप प्रज्वलित करें। सफेद पुष्प, चंदन और अक्षत अर्पित करें और शांत मन से Sharada Bhujanga Prayata Ashtakam का जाप करें। Prasad Offering के रूप में खीर या मिश्री चढ़ाएं और भक्ति भाव से माँ सरस्वती से wisdom, knowledge, academic excellence और divine blessings की प्रार्थना करें। इस स्तोत्र का नित्य पाठ करने से success in studies, speech improvement और spiritual knowledge प्राप्त होता है।
Ashtakam

Maa Kali Kavacham (कालीकवचम् )

माँ काली कवचम् देवी काली की दिव्य शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक पवित्र सुरक्षा कवच है। इसमें देवी काली से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक सुरक्षा की प्रार्थना की जाती है, साथ ही बुराई, नकारात्मकता और संकटों से मुक्ति की कामना की जाती है।
Kavacha

Bhagavad Gita Eleventh Chapter (भगवद गीता ग्यारहवाँ अध्याय)

भगवद गीता ग्यारहवां अध्याय "विश्व रूप दर्शन योग" है। इस अध्याय में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को अपना विश्वरूप दिखाया, जिसमें उन्होंने अपने संपूर्ण ब्रह्मांडीय स्वरूप का दर्शन कराया। यह अध्याय भगवान की महानता और असीम शक्ति को प्रकट करता है।
Bhagwat-Gita

Shri Durga Ji Arti (श्री दुर्गाजी की आरती)

श्री दुर्गा जी की आरती माँ दुर्गा के शौर्य, शक्ति और करुणा की स्तुति है। इसमें माँ दुर्गा को संसार की रक्षक, संकट हरने वाली, और दुष्टों का नाश करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। आरती में माँ दुर्गा के नवदुर्गा के रूपों, उनके पराक्रम, प्रेम, और आशीर्वाद का वर्णन किया गया है। Goddess Durga, जिन्हें Mahishasurmardini और Shakti के नाम से जाना जाता है, की यह आरती नवरात्रि और अन्य त्योहारों पर विशेष महत्व रखती है।
Arti

Shri Krishnan Chalisa (श्री कृष्णन चालीसा)

कृष्ण चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान कृष्ण पर आधारित है। कृष्ण चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। कई लोग जन्माष्टमी सहित भगवान कृष्ण को समर्पित अन्य त्योहारों पर कृष्ण चालीसा का पाठ करते हैं। इस चालीसा के पाठ से भक्तों को spiritual peace और blessings मिलती हैं। Krishna mantra for positivity का जाप जीवन में love और prosperity लाने का एक प्रभावी उपाय है।
Chalisa

Today Panchang

22 September 2025 (Monday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala