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नवरात्रि की सातवीं देवी मां कालरात्रि की कथा

Navratri Saptami: Maa Kalratri (मां कालरात्रि)
Pauranik Katha के अनुसार, Raktabeej Rakshas से Devtas और Humans सभी त्रस्त थे। Raktabeej की विशेषता यह थी कि जैसे ही उसके Blood Drops Earth पर गिरते, वैसे ही एक और Demon पैदा हो जाता था।
इस Rakshas से परेशान होकर Solution जानने के लिए सभी Devtas Lord Shiva के पास पहुंचे। Lord Shiva को पता था कि इसका Vadh (Destruction) अंत में Devi Parvati ही करेंगी। Lord Shiva ने Mata से अनुरोध किया। इसके बाद Maa Parvati ने अपने Shakti (Divine Energy) और Tej (Radiance) से Maa Kalratri को उत्पन्न किया।
जब Maa Kalratri ने Demon Raktabeej का End किया, तो उसके Body से निकलने वाले Blood को Maa Kalratri ने Land पर गिरने से पहले ही अपने Mouth में भर लिया। इस रूप में Maa Parvati Kalratri कहलाईं।

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