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होली के बाद रंगपंचमी कब है, क्या करते हैं इस दिन?

Rang Panchami 2025: Holi Festival के बाद Falgun Month की पंचमी तिथि के दिन Rang Panchami का पर्व मनाया जाता है। इस बार Rang Panchami 2025 का त्योहार 19 March 2025 Wednesday को मनाया जाएगा। Holi Celebration यानी Dhulendi Festival की तरह ही Rang Panchami Festival रंगों वाला त्योहार है। इस त्योहार को खासकर Madhya Pradesh और Chhattisgarh में ज्यादा मनाया जाता है, जबकि अन्य जगह Dhulendi Celebration की धूम रहती है। Rang Panchami Festival को Krishna Panchami तथा Dev Panchami के रूप में भी जाना जाता है।
Panchami Tithi Start: 18 March 2025 को रात 10:09 बजे से।
Panchami Tithi End: 20 March 2025 को मध्यरात्रि 12:36 बजे तक।
उपरोक्त मान से 19 March 2025 को Panchami Tithi पूरे दिन और रात रहेगी।
Puja Muhurat (Auspicious Time for Worship)
Amrit Kaal: सुबह 10:57 से दोपहर 12:44 के बीच।
रंगपंचमी पर क्या करते हैं?
1. Colors & Gulal:
Dhulendi Festival और Rang Panchami Celebration पर रंग खेलने की परंपरा है। इस दिन लोग एक-दूसरे को Organic Colors और Gulal Powder लगाकर उत्सव मनाते हैं।
2. Thandai & Bhang:
इस दिन कई लोग Toddy या Bhang Drink पीते हैं, जो उचित है या अनुचित, यह हम नहीं जानते। इसी दिन Thandai Drink पीने का भी रिवाज है। इसमें Milk, Saffron, Almonds, Pistachios, Cardamom, Sugar, Muskmelon Seeds, Poppy Seeds, Grapes आदि मिलाए जाते हैं। Kaanji Drink, Bhang, Thandai इस पर्व के विशेष पेय होते हैं।
3. Pakoras & Snacks:
इस दिन Fritters & Bhajiyas खाने का प्रचलन है। शाम को स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद Gilki Pakoras का मजा लिया जाता है।
4. Traditional Sweets & Dishes:
अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग पकवान बनाए जाते हैं। जैसे Maharashtra में Puran Poli बनाई जाती है। इस दिन Gilki Pakoras, Dahi Vada, Gujiya, Rabri Kheer, Besan Sev, Aloo Puri आदि व्यंजन बनाए जाते हैं। घरों में बने पकवानों का भोग लगाया जाता है। इस आग में नई फसल की Wheat Crop & Gram को भी भूना जाता है।
5. Dance & Music Festival:
इस दिन Folk Dance & Music का विशेष प्रचलन है। Tribal Communities में विशेष Traditional Dance & Singing Festival होता है। वहां के हाट बाजारों में युवक-युवतियां मिलकर ढोल की थाप और Flute Tunes पर नृत्य करते हैं।
6. Holi Songs & Folk Music:
Holi Festival के दिन Traditional Holi Songs गाए जाते हैं। गांवों में लोग देर रात तक Holi Geet गाते और नाचते हैं। कुछ Regional Folk Songs सदियों से गाए जा रहे हैं।
7. Processions & Ger Parade:
मालवा क्षेत्र में Holi & Rang Panchami Procession निकालने की परंपरा है, जिसे Ger Parade कहते हैं। इसमें Bands, Drums, Dance, Singing आदि होते हैं।
8. Worship & Rituals:
Holika Dahan Puja में Holika, Prahlad & Lord Narasimha की पूजा होती है, जबकि Dhulendi Festival पर Lord Vishnu & Goddess Lakshmi Puja होती है। Rang Panchami Festival पर Lord Krishna & Radha Rani की पूजा की जाती है। खासतौर पर Barsana Temple में इस दिन विशेष पूजा और दर्शन लाभ मिलता है। मान्यता है कि इस दिन Astrology Remedies & Pooja से कुंडली के दोष समाप्त हो जाते हैं।
9. Animal Decoration & Worship:
गांवों में Cattle Worship & Decoration की परंपरा है। Cows, Buffaloes & Bulls के शरीर पर Natural Tattoo Designs बनाए जाते हैं, उनके Horns Decorated किए जाते हैं, और गले में Bells बांधकर पूजा की जाती है।
10. Holi Milan Ceremony:
समाज और परिवारों में Holi Milan Ceremony रखी जाती है। इस दिन सभी लोग एक-दूसरे से Warm Greetings & Hug Exchange करके Reconciliation करते हैं। इसमें Color Play, Sweets Distribution & Feasting होता है।

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