No festivals today or in the next 14 days. 🎉

Falgun Maah 2025: फाल्गुन मास का क्या है महत्व और क्यों पुराणों में हैं इसकी महिमा का गान?

Falgun Maas Ka Mahatva: Hindu Mahino का मौसम और ऋतुओं पर आधारित विशेष महत्व होता है। Hindu Panchang का अंतिम महीना Falgun Maas होता है। Falgun Maas में Mahashivratri और Holi Festival ये दो सबसे बड़े त्योहार पड़ते हैं, जो बहुत धूमधाम से मनाए जाते हैं। इस माह की Purnima को Falgun Nakshatra में आने के कारण ही इस माह का नाम Falgun पड़ा है।
Falgun Maas Ka Mahatva:
🌿 इस महीने से धीरे-धीरे Summer Season की शुरुआत होती है और Winter Season कम होने लगता है।
🌿 Falgun Month के दौरान Shishir Ritu यानी Autumn Season समाप्त होने लगता है और Vasant Ritu का आगमन होता है।
🌿 इस समय प्रकृति पर Aging Effect दिखाई देता है, वृक्षों के पत्ते झड़ने लगते हैं और चारों ओर Foggy Weather छाया रहता है।
🌿 इस ऋतु से Season Cycle के पूर्ण होने का संकेत मिलता है और नए वर्ष की शुरुआत की सुगबुगाहट सुनाई देती है।
🌿 इस माह में Lord Shiva, Chandra Dev, Kamdev, Lord Krishna और Lord Vishnu के Narasimha Avatar की पूजा की जाती है। इस माह में Bhakti, Spiritual Awakening और New Life Celebrations का विशेष महत्व होता है।
🌿 Falgun Maas में अपने Diet और Lifestyle में बदलाव करना महत्वपूर्ण माना गया है, जैसे कि Grains Consumption कम करके Seasonal Fruits का सेवन अधिक करना शुभ माना जाता है।
Chandra Dev Ki Upasana:
Chandra Dev का जन्म Falgun Maas में हुआ था, इसलिए इस माह में Chandra Puja का विशेष महत्व है। Hindu Dharma के अनुसार, Chandra Dev भी प्रमुख देवताओं में से एक हैं और Lord Shiva ने उन्हें अपने Forehead पर धारण किया है। Falgun Maas में Chandra Dev, Lord Shiva और Lord Krishna की उपासना करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
Kamdev Aur Lord Shiva:
यह महीना Kamdev Aur Lord Shiva की कथा से भी जुड़ा हुआ है। जब Kamdev ने Lord Shiva की Tapasya भंग की, तो Lord Shiva ने उन्हें Bhasm कर दिया था। लेकिन बाद में जब Lord Shiva को इसका कारण पता चला, तो उन्होंने Rati को Pradyumna Avatar में Kamdev के पुनर्जन्म का आशीर्वाद दिया।
Lord Krishna Ki Pooja:
Falgun Maas में Lord Krishna की Aaradhana का विशेष महत्व है। इस माह में Lord Krishna के तीन स्वरूपों की पूजा की जाती है—
Bal Krishna: संतान प्राप्ति के लिए
Yuva Krishna: दांपत्य जीवन सुखद बनाने के लिए
Guru Krishna: मोक्ष और वैराग्य प्राप्त करने के लिए
Phag Utsav Aur Holi Festival:
इस माह में Lord Krishna और Radha Rani की पूजा होती है क्योंकि इसी महीने Phag Utsav मनाया जाता है। Falgun Maas को Happiness and Joy का महीना भी कहा जाता है।
Narasimha Puja Aur Holashtak:
Lord Vishnu ने Narasimha Avatar लेकर Bhakt Prahlad की Hiranyakashyap से रक्षा की थी। इस माह में Holashtak भी आता है, जिसमें 8 Days तक कोई भी Auspicious Ceremony नहीं की जाती।
Daan Punya Aur Pitru Tarpan:
इस माह में Charity का विशेष महत्व है। Pure Ghee, Mustard Oil, Seasonal Fruits, Grains और Clothes दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा, Pitru Tarpan करने से Ancestors का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Ganesh Puja Aur Til Ka Mahatva:
Falgun Maas Shukla Paksha की Chaturthi Tithi पर Lord Ganesha की विशेष पूजा करने की मान्यता है। Til (Sesame) से Havan और Bhog लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है।
इस प्रकार, Falgun Maas धार्मिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

Related Blogs

Shri Vindhyeshwari Ji Arti (श्री विन्ध्येश्वरी जी की आरती)

श्री विंध्येश्वरी जी की आरती माँ Vindhyeshwari के divine form और spiritual powers की स्तुति है। इस आरती में देवी Vindhyavasini, Durga, और Mahashakti की glory, grace, और भक्तों पर होने वाले blessings का वर्णन किया गया है। यह आरती भक्तों को spiritual growth, happiness, prosperity, और peace की प्राप्ति की प्रेरणा देती है। माँ Vindhyeshwari, जिन्हें Jagadamba, Shakti Swaroopini, और Durga Mata के नाम से भी जाना जाता है, उनकी पूजा भक्तों को divine protection, mental peace, और positive energy प्रदान करती है। भक्तगण माँ Vindhyavasini की इस आरती के माध्यम से देवी की कृपा प्राप्त करते हैं, जो inner strength, faith, और devotional bliss प्रदान करती है।
Arti

Neela Suktam (नीला सूक्तम्)

नीला सूक्तम् ऋग्वेद में भगवान इंद्र के वीर गुणों का वर्णन करता है। यह सूक्त इंद्र के शक्ति, सौम्यता और आध्यात्मिक समृद्धि के लिए प्रार्थना करता है।
Sukt

Bhagwan Shri Shankar Arti (भगवान् श्री शंकर की आरती )

जयति जयति जग-निवास भगवान शंकर की सबसे प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। इसमें Shankar या Shiva, जिन्हें Lord of the Universe कहा जाता है, के प्रति असीम भक्ति और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना की जाती है।
Arti

Shri Ravidas Chalisa (श्री रविदास चालीसा)

संत रविदास बेहद धार्मिक स्वभाव के थे। वे भक्तिकालीन संत और महान समाज सुधारक थे। संत रविदास जी ने लोगों को बिना भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी और इसी तरह से वे भक्ति के मार्ग पर चलकर संत रविदास कहलाए। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ पूर्णिमा के दिन रविदास जयंती मनाई जाती है। माना जाता है कि इस दिन रविदास चालीसा का पाठ करना बेहद शुभ फयदायी माना गया है। रविदास चालीसा में 40 पंक्तियां है, जिसमें संत रविदास के जीवन और उनके गुणों का वर्णन किया गया है। रविदास चालीस का पाठ करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है और ह्दय में भक्तिभाव पैदा करते है। रविदास चालीसा के अनुसार नियम सहित जो भी हरिजन इस चालीसा का पाठ करता है, उसकी रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं। रविदास चालीसा का पाठ करने से… १) मन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। २) सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ३) सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
Chalisa

Maa Durga Kavacha Path (माँ दुर्गा कवच पाठ)

माँ दुर्गा कवच पाठ का यह शक्तिशाली मंत्र हमारे आसपास की नकारात्मक ऊर्जा का क्षय कर एक सकारात्मक ऊर्जा की कवच के रूप में कार्य करता है। जिससे हमारे आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मंत्रो में नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित कर देने की असीम क्षमता होती है। ऐसा अनुभव किया गया है कि जो व्यक्ति पूरी आस्था, श्रद्धा एवं भक्ति से, शुद्ध उच्चारण में, नियमित रूप से देवी कवच का पाठ करता है, वह सभी प्रकार की बुराइयों पर विजय प्राप्त कर लेता है। नवरात्रि के समय देवी कवच का पाठ करना अत्यंत ही शुभ तथा फलदायी माना गया है।
Kavacha

Shri Jagannath Ashtakam (श्री जगन्नाथाष्टकम्)

Shri Jagannath Ashtakam (श्री जगन्नाथाष्टकम्) की रचना Adi Shankaracharya ने Lord Jagannath की स्तुति में की थी, जब वे Puri पहुंचे थे। यह one of the most important hymns मानी जाती है, जिसे Sri Chaitanya Mahaprabhu ने भी अपने Jagannath Temple visit के दौरान गाया था। ऐसा कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति Shri Jagannath Ashtakam का श्रद्धा और भक्ति के साथ recitation करता है, तो वह sinless और pure-hearted हो जाता है और अंततः Vishnuloka को प्राप्त करता है। इस sacred Ashtakam के chanting से material existence की व्यर्थता समाप्त हो जाती है, और ocean of sins नष्ट हो जाता है। ऐसा निश्चित रूप से माना जाता है कि Lord Jagannath उन fallen souls पर अपनी divine grace बरसाते हैं, जिनका इस संसार में कोई shelter नहीं है, सिवाय उनके lotus feet के।
Ashtakam

Bhagwat Gita third chapter (भगवद गीता तीसरा अध्याय)

भगवद गीता के इस अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण कर्म के महत्व को समझाते हैं और बताते हैं कि मनुष्य को क्यों और कैसे संसार में कार्य करना चाहिए। वे कहते हैं कि सही ढंग से कर्म करने से मन और बुद्धि शुद्ध होती हैं और मिथ्या आसक्तियों से मुक्त हो जाती हैं। इससे आत्मज्ञान प्राप्त करने की क्षमता विकसित होती है, जिसकी शिक्षा पिछले अध्याय में दी गई थी।
Bhagwat-Gita

Shri Radha Kavacham (श्री राधा कवचम्)

Radha Kavacham (राधा कवच): राधा रानी को true love का प्रतीक माना जाता है, इसलिए श्री Radha Kavach का पाठ करने से सभी desired wishes पूर्ण होती हैं और desired love की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति अपने partner के साथ love marriage करना चाहता है, जो लंबे समय से relationship में है, लेकिन उसके parents और relatives love marriage के लिए सहमत नहीं हो रहे हैं, जिससे वह बहुत परेशान है और family conflicts भी उत्पन्न हो रहे हैं, तो ऐसे में व्यक्ति को अवश्य ही श्री Radha Kavach का पाठ करना चाहिए। इस Kavach के नियमित पाठ से family conflicts समाप्त होने लगते हैं और love marriage की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं। Family members भी marriage के लिए सहमत होने लगते हैं। श्री Radha Kavach के नियमित जाप से love life में happiness और peace आती है और व्यक्ति को desired life partner का साथ प्राप्त होता है।
Kavacha

Today Panchang

07 November 2025 (Friday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala