No festivals today or in the next 14 days. 🎉

महाशिवरात्रि 2025 के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सबसे शुभ मुहूर्त

Mahashivratri Puja Time: Falgun month की Krishna Chaturdashi पर Mahashivratri का पर्व मनाया जाता है। इस बार 26 February 2025 Wednesday के day Mahashivratri का festival मनाया जाएगा। Mahashivratri पर यदि आप Shivling पर एक लोटा Water अर्पित करना चाहते हैं तो इसके 2 Best Timing हैं। आइए जानते हैं कि वे कौनसे 2 Time हैं।
1. Amrit Kaal और Choghadiya:
Amrit Kaal – Morning 07:28 to 09:42
2. Pradosh Kaal:
Shastra अनुसार Pradosh Kaal Sunset से 2 Ghadi (48 minutes) तक रहता है। कुछ scholars इसे Sunset से 2 Ghadi पहले और बाद तक भी मानते हैं। इसी के साथ Sandhi Kaal प्रारंभ होता है।
Evening Time: 06:17 to 06:42
चार प्रहर की पूजा का समय:
First Prahar Puja Time – Evening 06:19 to Night 09:26
Second Prahar Puja Time – Night 09:26 to Midnight 12:34 (27 February)
Third Prahar Puja Time – Midnight 12:34 to Midnight 03:41 (27 February)
Fourth Prahar Puja Time – Early Morning 03:41 to 06:48 (27 February)
How to Celebrate Mahashivratri:
Mahashivratri के दिन कई लोग Fasting रखते हैं। इस दिन Falahar किया जाता है और Grains ग्रहण नहीं किए जाते हैं। भगवान Shiva की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। Shivling Abhishek किया जाता है, जिसमें Milk, Curd, Honey, Ganga Jal और Bel Patra से अभिषेक करें। Bilva leaves, Dhatura, Flowers आदि अर्पित करें।
Morning Rituals:
Mahashivratri के day early morning Bath करें और Clean Clothes पहनें।
भगवान Shiva Idol या Shivling को Chauki पर स्थापित करें।
Flowers, Rice, Incense, Lamp अर्पित करें।
"Om Namah Shivaya" Mantra का जाप करें।
Mahashivratri Vrat Katha & Bhajan:
Shivratri के दिन Shiva Katha पढ़ें या सुनें। कई लोग रातभर जागकर Bhajan-Kirtan करते हैं। Nishita Kaal में पूजा का Best Muhurat रात 11:00 से 1:00 AM के बीच होता है। Milk, Curd, Honey, Ganga Jal और Bel Patra से Shivling का Abhishek करें। Aarti करें और भगवान Shiva से मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करें।
Mahashivratri Mythology:
Mahashivratri से जुड़ी कई Mythological Stories प्रचलित हैं। एक कथा के अनुसार Lord Shiva & Goddess Parvati का विवाह इस दिन हुआ था। दूसरी कथा के अनुसार इस दिन Shiva ने Halahal Poison पीकर संसार को बचाया था।

Related Blogs

Durga Saptashati Chapter 3 (दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः) देवी माहात्म्यं

दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः: यह देवी दुर्गा के माहात्म्य का वर्णन करने वाला तीसरा अध्याय है।
Durga-Saptashati-Sanskrit

Bhagwan Shri Bholenath Arti (भगवान् श्री भोलेनाथ जी की आरती )

भगवान भोलेनाथ की आरती भगवान शिव की महिमा का गुणगान करती है। इसमें भोलेनाथ के सरल स्वभाव, दयालुता और उनकी शक्तियों का वर्णन किया गया है। Lord Shiva, जिन्हें Mahadev, Shankar, और Bholenath के नाम से भी जाना जाता है, के भक्त उनकी आरती गाकर दुखों का नाश, शांति, और मोक्ष की कामना करते हैं।
Arti

Shri Dashavatar Arti (श्री दशावतार आरती)

भगवान विष्णु के दशावतार की पूजा और वंदना का स्तोत्र है। इसमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, Buddha, और कल्कि जैसे अवतारों का वर्णन किया गया है। यह आरती भगवान विष्णु के सर्वव्यापक स्वरूप और धर्म की रक्षा के प्रति उनके योगदान को दर्शाती है।
Arti

Shri Gorakh Chalisa (श्री गोरख चालीसा)

गोरखनाथ चालीसा का पाठ करने से गुरु गोरखनाथ की कृपा प्राप्त होती है। इस चालीसा के अनुसार, जो भी इसका 12 बार पाठ करता है, उसकी सभी desires पूरी होती हैं। गोरखनाथ बाबा की पूजा से spiritual growth, mental peace, और protection from negativity मिलती है।
Chalisa

Shri Vindhyeshwari Ji Arti (श्री विन्ध्येश्वरी जी की आरती)

श्री विंध्येश्वरी जी की आरती माँ Vindhyeshwari के divine form और spiritual powers की स्तुति है। इस आरती में देवी Vindhyavasini, Durga, और Mahashakti की glory, grace, और भक्तों पर होने वाले blessings का वर्णन किया गया है। यह आरती भक्तों को spiritual growth, happiness, prosperity, और peace की प्राप्ति की प्रेरणा देती है। माँ Vindhyeshwari, जिन्हें Jagadamba, Shakti Swaroopini, और Durga Mata के नाम से भी जाना जाता है, उनकी पूजा भक्तों को divine protection, mental peace, और positive energy प्रदान करती है। भक्तगण माँ Vindhyavasini की इस आरती के माध्यम से देवी की कृपा प्राप्त करते हैं, जो inner strength, faith, और devotional bliss प्रदान करती है।
Arti

Shri Shardha Chalisa (श्री शारधा चालीसा)

श्री शारदा चालीसा देवी माँ शारदा को समर्पित एक पवित्र प्रार्थना है। इसका पाठ मानसिक शांति, आध्यात्मिक प्रगति, और संकटों से मुक्ति दिलाने में सहायक माना जाता है। Saraswati, जिन्हें Goddess of Knowledge कहा जाता है, का यह स्तोत्र भक्तों को बुद्धि और समृद्धि प्रदान करता है।
Chalisa

Shri Vishnu Chalisa (श्री विष्णु चालीसा)

विष्णु चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान विष्णु पर आधारित है। हिन्दू मान्यतानुसार भगवान विष्णु त्रिदेवों में से एक हैं। Vishnu Chalisa का पाठ विशेष रूप से Vaikuntha Ekadashi और अन्य पूजा अवसरों पर किया जाता है। यह divine protection और blessings प्राप्त करने का एक अत्यंत शक्तिशाली साधन है। Vishnu mantra जीवन में peace और spiritual growth को बढ़ावा देता है।
Chalisa

Shri Vaishno Devi Chalisa (श्री वैष्णो देवी चालीसा)

श्री वैष्णो देवी चालीसा देवी माता वैष्णो देवी की महिमा का वर्णन करती है। इसका पाठ करने से सुरक्षा, मनोवांछित फल, और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है। भक्तगण इस चालीसा का उपयोग वैष्णो देवी यात्रा, भक्ति मार्ग, और शक्ति आराधना के लिए करते हैं।
Chalisa

Today Panchang

19 June 2025 (Thursday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala