No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Narayaniyam Dashaka 67 (नारायणीयं दशक 67)
नारायणीयं दशक 67 (Narayaniyam Dashaka 67)
स्फुरत्परानंदरसात्मकेन त्वया समासादितभोगलीलाः ।
असीममानंदभरं प्रपन्ना महांतमापुर्मदमंबुजाक्ष्यः ॥1॥
निलीयतेऽसौ मयि मय्यमायं रमापतिर्विश्वमनोभिरामः ।
इति स्म सर्वाः कलिताभिमाना निरीक्ष्य गोविंद् तिरोहितोऽभूः ॥2॥
राधाभिधां तावदजातगर्वामतिप्रियां गोपवधूं मुरारे ।
भवानुपादाय गतो विदूरं तया सह स्वैरविहारकारी ॥3॥
तिरोहितेऽथ त्वयि जाततापाः समं समेताः कमलायताक्ष्यः ।
वने वने त्वां परिमार्गयंत्यो विषादमापुर्भगवन्नपारम् ॥4॥
हा चूत हा चंपक कर्णिकार हा मल्लिके मालति बालवल्यः ।
किं वीक्षितो नो हृदयैकचोरः इत्यादि तास्त्वत्प्रवणा विलेपुः ॥5॥
निरीक्षितोऽयं सखि पंकजाक्षः पुरो ममेत्याकुलमालपंती ।
त्वां भावनाचक्षुषि वीक्ष्य काचित्तापं सखीनां द्विगुणीचकार ॥6॥
त्वदात्मिकास्ता यमुनातटांते तवानुचक्रुः किल चेष्टितानि ।
विचित्य भूयोऽपि तथैव मानात्त्वया विमुक्तां ददृशुश्च राधाम् ॥7॥
ततः समं ता विपिने समंतात्तमोवतारावधि मार्गयंत्यः ।
पुनर्विमिश्रा यमुनातटांते भृशं विलेपुश्च जगुर्गुणांस्ते ॥8॥
तथा व्यथासंकुलमानसानां व्रजांगनानां करुणैकसिंधो ।
जगत्त्रयीमोहनमोहनात्मा त्वं प्रादुरासीरयि मंदहासी ॥9॥
संदिग्धसंदर्शनमात्मकांतं त्वां वीक्ष्य तन्व्यः सहसा तदानीम् ।
किं किं न चक्रुः प्रमदातिभारात् स त्वं गदात् पालय मारुतेश ॥10॥
Related to Vishnu
Shri Vishnu Shat Nam Stotram (Vishnu Purana) (श्री विष्णु शत नाम स्तोत्रम्)
श्री विष्णु शत नाम स्तोत्रम् भगवान विष्णु के 100 नामों की महिमा का वर्णन करता है, जो उनकी अनंत शक्ति और कृपा को दर्शाता है।Stotra
Vishnu Shatpadi (विष्णु षट्पदि)
विष्णु षट्पदि एक दिव्य भजन है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह भजन भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन करता है और भक्तों को शांति और भक्ति के मार्ग पर अग्रसर करता है।Shloka-Mantra
Sudarshan Kavach (श्री सुदर्शन कवच )
सुदर्शन कवच (Sudarshan Kavach) भगवान विष्णु (Lord Vishnu) का महान रक्षात्मक कवच (protective shield) है। इस कवच का पाठ (recitation) करने से व्यक्ति गंभीर बीमारियों (serious illnesses), बुरी नजर (evil eye), काले जादू (black magic) आदि से सुरक्षित रहता है और उसे उत्तम स्वास्थ्य (good health) प्राप्त होता है। यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी गंभीर बीमारी (chronic disease) से पीड़ित है, जिसे उपचार (treatment) और दवाओं (medication) के बावजूद राहत नहीं मिल रही है, जिसके कारण उसे बहुत शारीरिक कष्ट (physical suffering) और पीड़ा सहनी पड़ रही है और उसका परिवार भी अत्यधिक परेशान है, तो ऐसी स्थिति में इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति को सुदर्शन कवच का पाठ (Sudarshan Kavach recitation) अवश्य करना चाहिए। इस पाठ (recitation) से गंभीर बीमारियां (serious illnesses) धीरे-धीरे ठीक होने लगती हैं और शारीरिक स्वास्थ्य (physical health) भी अच्छा बना रहता है। व्यक्ति को दीर्घायु (longevity) का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि किसी व्यक्ति के घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा (negative energy), बुरी नजर (evil eye), तंत्र-मंत्र (tantra-mantra) का प्रभाव, काला जादू (black magic) आदि है, जिसके कारण परिवार के सदस्यों के बीच रोज किसी न किसी बात पर झगड़े होते हैं, सभी के मन में एक-दूसरे के प्रति नाराजगी रहती है, और घर में अशांति रहती है, तो ऐसी स्थिति में सुदर्शन कवच का पाठ (Sudarshan Kavach recitation) करने और घर में सुदर्शन यंत्र (Sudarshan Yantra) स्थापित करने से व्यक्ति और उसका परिवार सभी नकारात्मक ऊर्जा (negative energy), काले जादू (black magic) आदि से सुरक्षित होने लगता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी दैनिक पूजा (daily worship) में सुदर्शन कवच का पाठ (Sudarshan Kavach recitation) अवश्य करना चाहिए, ताकि वह भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के दिव्य आशीर्वाद (divine blessings) प्राप्त कर सके।Kavacha
Shri Bhu Varaha Stotram (श्री भू वराह स्तोत्रम्)
Shri Bhu Varaha Stotram भगवान Varaha, जो भगवान Vishnu के boar incarnation हैं, की divine glory का वर्णन करता है। यह sacred hymn पृथ्वी को demons से मुक्त करने और cosmic balance स्थापित करने की उनकी supreme power का गुणगान करता है। इस holy chant के पाठ से negative energy दूर होती है और spiritual strength मिलती है। भक्तों को peace, prosperity, और divine blessings प्राप्त होते हैं। यह powerful mantra dharma, karma, और moksha की प्राप्ति में सहायक होता है। Shri Bhu Varaha Stotram का जाप जीवन में positivity और harmony लाने में मदद करता है।Stotra
Narayaniyam Dashaka 6 (नारायणीयं दशक 6)
नारायणीयं दशक 6 में भगवान नारायण की भक्तों पर कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति की प्रार्थना की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के प्रेम और करुणा की विशेषता को समझाता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 44 (नारायणीयं दशक 44)
नारायणीयं दशक 44 भगवान विष्णु की कृपा और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु के दिव्य गुणों और उनकी भक्तों के प्रति अनंत प्रेम का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Sri Vishnu Shata Nama Stotram (Vishnu Purana) (श्री विष्णु शत नाम स्तोत्रम् (विष्णु पुराण))
Sri Vishnu Shata Naam Stotram भगवान Vishnu के 100 पवित्र नामों का संगीतमय संग्रह है, जो "Preserver of Creation" और "Supreme God" के रूप में पूजित हैं। इस स्तोत्र का पाठ भक्तों को भगवान विष्णु की कृपा, शांति और सुरक्षा प्राप्त करने में सहायक होता है। हर नाम भगवान विष्णु की "Divine Qualities" और "Cosmic Power" का वर्णन करता है। यह स्तोत्र "100 Sacred Names of Vishnu" और "Positive Energy Chant" के रूप में प्रसिद्ध है। इसके नियमित जाप से भक्त को मानसिक शांति, आत्मिक बल और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है। इसे "Hymn for Lord Vishnu" और "Vishnu Devotional Prayer" के रूप में पढ़ने से जीवन में सफलता और शुभता आती है।Stotra
Narayaniyam Dashaka 68 (नारायणीयं दशक 68)
नारायणीयं दशक 68 भगवान नारायण की महिमा का गुणगान करता है और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है।Narayaniyam-Dashaka