No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Maha Vishnu Stotram - Garudgaman Tav (महा विष्णु स्तोत्रम् - गरुडगमन तव)
महा विष्णु स्तोत्रम् - गरुडगमन तव
(Maha Vishnu Stotram - Garudgaman Tav)
गरुडगमन तव चरणकमलमिह मनसि लसतु मम नित्यम्
मनसि लसतु मम नित्यम् ।
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ ध्रु.॥
जलजनयन विधिनमुचिहरणमुख विबुधविनुत-पदपद्म
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 1॥
भुजगशयन भव मदनजनक मम जननमरण-भयहारिन्
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 2॥
शङ्खचक्रधर दुष्टदैत्यहर सर्वलोक-शरण
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 3॥
अगणित-गुणगण अशरणशरणद विदलित-सुररिपुजाल
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 4॥
भक्तवर्यमिह भूरिकरुणया पाहि भारतीतीर्थम्
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 5॥
इति जगद्गुरु शृङ्गेरी पीठाधिपति भारतीतीर्थस्वामिना विरचितं महाविष्णुस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 60 (नारायणीयं दशक 60)
नारायणीयं दशक 60 भगवान नारायण के अद्वितीय लीलाओं और उनकी दयालुता का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 43 (नारायणीयं दशक 43)
नारायणीयं दशक 43 भगवान विष्णु की महिमा और उनकी अनंत कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु के दिव्य गुणों और उनकी भक्तों के प्रति अद्वितीय प्रेम का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 69 (नारायणीयं दशक 69)
नारायणीयं दशक 69 भगवान नारायण की महिमा और उनकी कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 84 (नारायणीयं दशक 84)
नारायणीयं का चौरासीवां दशक भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप और उनकी महिमा का वर्णन करता है। इस दशक में भगवान के विभिन्न रूपों और उनकी दिव्यता का गुणगान किया गया है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka
Dashavatara Stotram (दशावतार स्तोत्रम्)
दशावतार स्तोत्रम् भगवान विष्णु के दस अवतारों को समर्पित एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं में महत्वपूर्ण अवतारों का प्रतिनिधित्व करता है। इस स्तोत्र का जाप करने से सुरक्षा, समृद्धि और दिव्य आशीर्वाद मिलता है।Stotra
Narayaniyam Dashaka 77 (नारायणीयं दशक 77)
नारायणीयं दशक 77 भगवान नारायण की महिमा का गुणगान करता है और उनकी कृपा की प्रार्थना करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 56 (नारायणीयं दशक 56)
नारायणीयं दशक 56 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Shri Venkateswara Prapatti (श्री वेङ्कटेश्वर प्रपत्ति)
श्री वेङ्कटेश्वर प्रपत्ति भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित एक प्रार्थना है, जो भक्तों को शरणागति और भक्ति का अनुभव कराती है।MahaMantra