No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Alokye Shri Balakrishnam (आलोकये श्री बालकृष्णम्)
आलोकये श्री बालकृष्णम्
(Alokye Shri Balakrishnam)
रागं: हुसेनि
तालं: आदि
आलोकये श्री बाल कृष्णं
सखि आनन्द सुन्दर ताण्डव कृष्णम् ॥आलोकये॥
चरण निक्वणित नूपुर कृष्णं
कर सङ्गत कनक कङ्कण कृष्णम् ॥आलोकये॥
किङ्किणी जाल घण घणित कृष्णं
लोक शङ्कित तारावलि मौक्तिक कृष्णम् ॥आलोकये॥
सुन्दर नासा मौक्तिक शोभित कृष्णं
नन्द नन्दनं अखण्ड विभूति कृष्णम् ॥आलोकये॥
कण्ठोप कण्ठ शोभि कौस्तुभ कृष्णं
कलि कल्मष तिमिर भास्कर कृष्णम् ॥आलोकये॥
नवनीत खण्ठ दधि चोर कृष्णं
भक्त भव पाश बन्ध मोचन कृष्णम् ॥आलोकये॥
नील मेघ श्याम सुन्दर कृष्णं
नित्य निर्मलानन्द बोध लक्षण कृष्णम् ॥आलोकये॥
वंशी नाद विनोद सुन्दर कृष्णं
परमहंस कुल शंसित चरित कृष्णम् ॥आलोकये॥
गोवत्स बृन्द पालक कृष्णं
कृत गोपिका चाल खेलन कृष्णम् ॥आलोकये॥
नन्द सुनन्दादि वन्दित कृष्णं
श्री नारायण तीर्थ वरद कृष्णम् ॥आलोकये॥
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 13 (नारायणीयं दशक 13)
नारायणीयं दशक 13 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 26 (नारायणीयं दशक 26)
नारायणीयं का छब्बीसवां दशक भगवान विष्णु के अनंत रूपों और उनकी सर्वव्यापकता का वर्णन करता है। इस दशक में, भगवान की सर्वव्यापकता और उनके विभिन्न रूपों के माध्यम से उनकी महिमा का गुणगान किया गया है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 18 (नारायणीयं दशक 18)
नारायणीयं दशक 18 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 10 (नारायणीयं दशक 10)
नारायणीयं दशक 10 में भगवान नारायण की कृपा और आशीर्वाद की अपेक्षा है। यह दशक भक्तों को भगवान के दिव्य समर्थन और संजीवनी शक्ति की विशेषता को समझाता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 23 (नारायणीयं दशक 23)
नारायणीयं का तेईसवां दशक भगवान नारायण की कृपा और भक्तों की भक्ति के बारे में है। इसमें भगवान की महानता और उनकी लीला का वर्णन है। भक्तों को भगवान की कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी शरण में जाने की प्रेरणा मिलती है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 100 (नारायणीयं दशक 100)
नारायणीयं दशक 100 भगवान विष्णु के अवतारों और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भक्तों को भगवान के अनंत रूपों और लीलाओं के प्रति श्रद्धा से भर देता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 55 (नारायणीयं दशक 55)
नारायणीयं दशक 55 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Krishnam Kalay Sakhi (कृष्णं कलय सखि)
कृष्णं कलय सखि भगवान कृष्ण की लीलाओं और उनकी दिव्य महिमा का गुणगान करता है।Shloka-Mantra