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Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram || श्री वेंकटेश्वर वज्र कवच स्तोत्रम् : Full Lyrics
Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram (श्री वेंकटेश्वर वज्र कवच स्तोत्रम्)
Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram भगवान श्री वेंकटेश्वर की "Divine Protection" और "Supreme Power" का आह्वान करता है, जो "Lord of the Universe" और "Divine Protector" के रूप में पूजित हैं। यह स्तोत्र विशेष रूप से भगवान वेंकटेश्वर की "Invincible Shield" और "Cosmic Energy" को शक्ति प्रदान करता है। Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram का पाठ "Spiritual Protection Mantra" और "Divine Shield Prayer" के रूप में किया जाता है। इसके जाप से व्यक्ति को "Inner Peace" और "Mental Strength" प्राप्त होती है। यह स्तोत्र "Blessings of Lord Venkateshwara" और "Victory Prayer" के रूप में प्रभावी है। इसके नियमित पाठ से जीवन में "Positive Energy" का प्रवाह होता है, और व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक सुरक्षा मिलती है। Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram को "Divine Protection Prayer" और "Spiritual Awakening Chant" के रूप में पढ़ने से जीवन में समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।श्री वेंकटेश्वर वज्र कवच स्तोत्रम्
(Sri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram)
मार्कंडेय उवाच ।
नारायणं परब्रह्म सर्व-कारण-कारणम् ।
प्रपद्ये वेंकटेशाख्यं तदेव कवचं मम ॥ 1 ॥
सहस्र-शीर्षा पुरुषो वेंकटेश-श्शिरोऽवतु ।
प्राणेशः प्राण-निलयः प्राणान् रक्षतु मे हरिः ॥ 2 ॥
आकाशरा-ट्सुतानाथ आत्मानं मे सदावतु ।
देवदेवोत्तमो पायाद्देहं मे वेंकटेश्वरः ॥ 3 ॥
सर्वत्र सर्वकालेषु मंगांबाजा-निरीश्वरः ।
पालयेन्मां सदा कर्म-साफल्यं नः प्रयच्छतु ॥ 4 ॥
य एत-द्वज्रकवच-मभेद्यं वेंकटेशितुः ।
सायं प्रातः पठेन्नित्यं मृत्युं तरति निर्भयः ॥ 5 ॥
इति मार्कंडेय-कृतं श्री वेंकटेश्वर वज्रकवच-स्तोत्रं संपूर्णम् ॥
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