No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Narayaniyam Dashaka 12 (नारायणीयं दशक 12)
नारायणीयं दशक 12 (Narayaniyam Dashaka 12)
स्वायंभुवो मनुरथो जनसर्गशीलो
दृष्ट्वा महीमसमये सलिले निमग्नाम् ।
स्रष्टारमाप शरणं भवदंघ्रिसेवा-
तुष्टाशयं मुनिजनैः सह सत्यलोके ॥1॥
कष्टं प्रजाः सृजति मय्यवनिर्निमग्ना
स्थानं सरोजभव कल्पय तत् प्रजानाम् ।
इत्येवमेष कथितो मनुना स्वयंभूः -
रंभोरुहाक्ष तव पादयुगं व्यचिंतीत् ॥ 2 ॥
हा हा विभो जलमहं न्यपिबं पुरस्ता-
दद्यापि मज्जति मही किमहं करोमि ।
इत्थं त्वदंघ्रियुगलं शरणं यतोऽस्य
नासापुटात् समभवः शिशुकोलरूपी ।3॥
अंगुष्ठमात्रवपुरुत्पतितः पुरस्तात्
भोयोऽथ कुंभिसदृशः समजृंभथास्त्वम् ।
अभ्रे तथाविधमुदीक्ष्य भवंतमुच्चै -
र्विस्मेरतां विधिरगात् सह सूनुभिः स्वैः ॥4॥
कोऽसावचिंत्यमहिमा किटिरुत्थितो मे
नासापुटात् किमु भवेदजितस्य माया ।
इत्थं विचिंतयति धातरि शैलमात्रः
सद्यो भवन् किल जगर्जिथ घोरघोरम् ॥5॥
तं ते निनादमुपकर्ण्य जनस्तपःस्थाः
सत्यस्थिताश्च मुनयो नुनुवुर्भवंतम् ।
तत्स्तोत्रहर्षुलमनाः परिणद्य भूय-
स्तोयाशयं विपुलमूर्तिरवातरस्त्वम् ॥6॥
ऊर्ध्वप्रसारिपरिधूम्रविधूतरोमा
प्रोत्क्षिप्तवालधिरवाङ्मुखघोरघोणः ।
तूर्णप्रदीर्णजलदः परिघूर्णदक्ष्णा
स्तोतृन् मुनीन् शिशिरयन्नवतेरिथ त्वम् ॥7॥
अंतर्जलं तदनुसंकुलनक्रचक्रं
भ्राम्यत्तिमिंगिलकुलं कलुषोर्मिमालम् ।
आविश्य भीषणरवेण रसातलस्था -
नाकंपयन् वसुमतीमगवेषयस्त्वम् ॥8॥
दृष्ट्वाऽथ दैत्यहतकेन रसातलांते
संवेशितां झटिति कूटकिटिर्विभो त्वम् ।
आपातुकानविगणय्य सुरारिखेटान्
दंष्ट्रांकुरेण वसुधामदधाः सलीलम् ॥9॥
अभ्युद्धरन्नथ धरां दशनाग्रलग्न
मुस्तांकुरांकित इवाधिकपीवरात्मा ।
उद्धूतघोरसलिलाज्जलधेरुदंचन्
क्रीडावराहवपुरीश्वर पाहि रोगात् ॥10॥
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 63 (नारायणीयं दशक 63)
नारायणीयं दशक 63 भगवान नारायण की अनंत महिमा और उनके दिव्य गुणों का गुणगान करता है।Narayaniyam-Dashaka
Jagdishwar Ji Arti (जगदीश्वर जी की आरती)
Lord Shiva, जिन्हें Mahadev, Destroyer of Evil, और Bholenath कहा जाता है, उनकी आरती में उनकी सर्वशक्तिमान और सृष्टि के पालक स्वरूप की वंदना की जाती है। Shiv Aarti का पाठ करने से negative energy समाप्त होती है और जीवन में positivity, strength, और spiritual growth आती है।Arti
Narayaniyam Dashaka 24 (नारायणीयं दशक 24)
नारायणीयं का चौबीसवां दशक भगवान नारायण की महिमा और उनकी भक्ति के महत्त्व को उजागर करता है। इसमें भगवान के अनंत रूपों और उनके अवतारों की महानता का वर्णन है, जो भक्तों को उनकी भक्ति में और भी दृढ़ बनाता है।Narayaniyam-Dashaka
Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram (श्री वेंकटेश्वर वज्र कवच स्तोत्रम्)
Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram भगवान श्री वेंकटेश्वर की "Divine Protection" और "Supreme Power" का आह्वान करता है, जो "Lord of the Universe" और "Divine Protector" के रूप में पूजित हैं। यह स्तोत्र विशेष रूप से भगवान वेंकटेश्वर की "Invincible Shield" और "Cosmic Energy" को शक्ति प्रदान करता है। Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram का पाठ "Spiritual Protection Mantra" और "Divine Shield Prayer" के रूप में किया जाता है। इसके जाप से व्यक्ति को "Inner Peace" और "Mental Strength" प्राप्त होती है। यह स्तोत्र "Blessings of Lord Venkateshwara" और "Victory Prayer" के रूप में प्रभावी है। इसके नियमित पाठ से जीवन में "Positive Energy" का प्रवाह होता है, और व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक सुरक्षा मिलती है। Shri Venkateshwara Vajra Kavacha Stotram को "Divine Protection Prayer" और "Spiritual Awakening Chant" के रूप में पढ़ने से जीवन में समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।Kavacha
Shri Bhu Varaha Stotram (श्री भू वराह स्तोत्रम्)
Shri Bhu Varaha Stotram भगवान Varaha, जो भगवान Vishnu के boar incarnation हैं, की divine glory का वर्णन करता है। यह sacred hymn पृथ्वी को demons से मुक्त करने और cosmic balance स्थापित करने की उनकी supreme power का गुणगान करता है। इस holy chant के पाठ से negative energy दूर होती है और spiritual strength मिलती है। भक्तों को peace, prosperity, और divine blessings प्राप्त होते हैं। यह powerful mantra dharma, karma, और moksha की प्राप्ति में सहायक होता है। Shri Bhu Varaha Stotram का जाप जीवन में positivity और harmony लाने में मदद करता है।Stotra
Shri Vishnu Chalisa (श्री विष्णु चालीसा)
विष्णु चालीसा एक भक्ति गीत है जो भगवान विष्णु पर आधारित है। हिन्दू मान्यतानुसार भगवान विष्णु त्रिदेवों में से एक हैं। Vishnu Chalisa का पाठ विशेष रूप से Vaikuntha Ekadashi और अन्य पूजा अवसरों पर किया जाता है। यह divine protection और blessings प्राप्त करने का एक अत्यंत शक्तिशाली साधन है। Vishnu mantra जीवन में peace और spiritual growth को बढ़ावा देता है।Chalisa
Narayaniyam Dashaka 37 (नारायणीयं दशक 37)
नारायणीयं दशक 37 भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों और उनके द्वारा किए गए अद्भुत कार्यों का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 27 (नारायणीयं दशक 27)
नारायणीयं का सत्ताईसवां दशक भगवान विष्णु की असीम कृपा और उनके भक्तों के प्रति उनके अनुग्रह का वर्णन करता है। इस दशक में, भगवान की कृपा और उनके भक्तों के प्रति उनके प्रेम की महिमा की गई है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka