No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Narayaniyam Dashaka 28 (नारायणीयं दशक 28)
नारायणीयं दशक 28 (Narayaniyam Dashaka 28)
गरलं तरलानलं पुरस्ता-
ज्जलधेरुद्विजगाल कालकूटम् ।
अमरस्तुतिवादमोदनिघ्नो
गिरिशस्तन्निपपौ भवत्प्रियार्थम् ॥1॥
विमथत्सु सुरासुरेषु जाता
सुरभिस्तामृषिषु न्यधास्त्रिधामन् ।
हयरत्नमभूदथेभरत्नं
द्युतरुश्चाप्सरसः सुरेषु तानि ॥2॥
जगदीश भवत्परा तदानीं
कमनीया कमला बभूव देवी ।
अमलामवलोक्य यां विलोलः
सकलोऽपि स्पृहयांबभूव लोकः ॥3॥
त्वयि दत्तहृदे तदैव देव्यै
त्रिदशेंद्रो मणिपीठिकां व्यतारीत् ।
सकलोपहृताभिषेचनीयैः
ऋषयस्तां श्रुतिगीर्भिरभ्यषिंचन् ॥4॥
अभिषेकजलानुपातिमुग्ध-
त्वदपांगैरवभूषितांगवल्लीम् ।
मणिकुंडलपीतचेलहार-
प्रमुखैस्ताममरादयोऽन्वभूषन् ॥5॥
वरणस्रजमात्तभृंगनादां
दधती सा कुचकुंभमंदयाना ।
पदशिंजितमंजुनूपुरा त्वां
कलितव्रीलविलासमाससाद ॥6॥
गिरिशद्रुहिणादिसर्वदेवान्
गुणभाजोऽप्यविमुक्तदोषलेशान् ।
अवमृश्य सदैव सर्वरम्ये
निहिता त्वय्यनयाऽपि दिव्यमाला ॥7॥
उरसा तरसा ममानिथैनां
भुवनानां जननीमनन्यभावाम् ।
त्वदुरोविलसत्तदीक्षणश्री-
परिवृष्ट्या परिपुष्टमास विश्वम् ॥8॥
अतिमोहनविभ्रमा तदानीं
मदयंती खलु वारुणी निरागात् ।
तमसः पदवीमदास्त्वमेना-
मतिसम्माननया महासुरेभ्यः ॥9॥
तरुणांबुदसुंदरस्तदा त्वं
ननु धन्वंतरिरुत्थितोऽंबुराशेः ।
अमृतं कलशे वहन् कराभ्या-
मखिलार्तिं हर मारुतालयेश ॥10॥
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 35 (नारायणीयं दशक 35)
नारायणीयं दशक 35 भगवान विष्णु के अनंत अनुग्रह और उनकी दिव्य कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी अद्भुत लीलाओं का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 43 (नारायणीयं दशक 43)
नारायणीयं दशक 43 भगवान विष्णु की महिमा और उनकी अनंत कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु के दिव्य गुणों और उनकी भक्तों के प्रति अद्वितीय प्रेम का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 24 (नारायणीयं दशक 24)
नारायणीयं का चौबीसवां दशक भगवान नारायण की महिमा और उनकी भक्ति के महत्त्व को उजागर करता है। इसमें भगवान के अनंत रूपों और उनके अवतारों की महानता का वर्णन है, जो भक्तों को उनकी भक्ति में और भी दृढ़ बनाता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 62 (नारायणीयं दशक 62)
नारायणीयं दशक 62 भगवान नारायण के अद्वितीय रूप और उनकी लीला का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 63 (नारायणीयं दशक 63)
नारायणीयं दशक 63 भगवान नारायण की अनंत महिमा और उनके दिव्य गुणों का गुणगान करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 91 (नारायणीयं दशक 91)
नारायणीयं दशक 91 भगवान विष्णु की दिव्यता और उनकी शक्तियों का वर्णन करता है। यह अध्याय भक्तों को भगवान के प्रति समर्पण और भक्ति की भावना से भर देता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 84 (नारायणीयं दशक 84)
नारायणीयं का चौरासीवां दशक भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप और उनकी महिमा का वर्णन करता है। इस दशक में भगवान के विभिन्न रूपों और उनकी दिव्यता का गुणगान किया गया है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 21 (नारायणीयं दशक 21)
नारायणीयं दशक 21 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka