No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Maa Kali dhayan mantra || माँ काली ध्यान मंत्र : A Powerful Meditation Chant for Invoking Goddess Kali’s Divine Presence
Maa Kali dhayan mantra (माँ काली ध्यान मंत्र)
माँ काली ध्यान मंत्र देवी काली की ध्यान साधना के लिए एक शक्तिशाली मंत्र है, जो मानसिक शांति, शक्ति और सकारात्मकता की प्राप्ति के लिए जाप किया जाता है। इस मंत्र से भक्त देवी काली की कृपा प्राप्त करते हैं और बुराई, भय तथा नकारात्मकता से मुक्ति पाते हैं।माँ काली ध्यान मंत्र
करालवदनां घोरां मुत्त्ककेशीं चतुर्भुजाम् ।
कालिकां दक्षिणां दिव्यां मुण्डमालाविभूषिताम् ।
सद्यश्छिन्नाशिर: खङ्गवामाधोर्द्धकराम्बुजाम् ।
अभयं वरदञ्चैव दक्षिणाधोद्धँपाणिकाम् ॥
महामेघप्रभां श्यामां तथा चैव दिगम्बरीम् ।
कण्ठावसत्त्कमुण्डालीगलद्रुधिरचर्च्चिताम् ॥
कर्णावतंसतानीतशवयुग्मभयानकाम् ।
घोरदंष्ट्राकरालास्यां पीनोन्नतपयोधराम् ॥
शवानां करसंघातै: कृतकाञ्चीं हसन्मुखम् ।
सृक्कच्छटागलद्रत्त्कधाराविस्फूरिताननाम् ।
घोररावां महारौद्रीं श्मशानालयवासिनीम् ।
बालार्कमण्डलाकारलोचनत्रितयान्विताम् ॥
दन्तुरां दक्षिणव्यापिमुत्त्कालम्बिकचोच्चयाम् ।
शवरूपमहादेवहृदयोपरि संस्थिताम् ॥
शिवाभिघोररावाभिश्चतुर्दिक्षु समन्विताम् ॥
महाकालेन च समं विपरतरतातुराम् ॥
सुखप्रसन्नवदनां स्मेराननसरोरुहाम् ।
एवं संचिन्तयेत् कालीं सर्व्वकाससमृद्धिदाम् ॥
कालिकादेवी भयंकरमुखवाली, घोरा, विखरे केशों वाली,
चतुर्भुज तथा मुण्डमाला से अलंकृत हैं । उनकी वाम ओर के दोनों
हाथों में तत्काल छेदन किये हुए मृतक का मस्तक एवं खङ्ग है । दक्षिण
ओर के दोनों हाथों में अभय और वरमुद्रा विद्यमान हैं । कण्ठ में
मुण्डमाला से देवी गाढ़े मेघ के समान श्यामवेर्ण, दिगम्बरा कण्ठ में
स्थित मुण्डमाला से टेपकते रुघिर द्वौरा लिप्त शरीर वाली, घोरदैष्ट्रो ERROR
करालवदना और ऊंचेस्तन वाली हैं । उनके दोनों श्रवण (कान)
दोमुतक मुण्डभूषणरूप से शोभा पाते हैं, देवी की कमर में मृतक के
हाथों की करधनी विद्यमान है, वह हास्य मुखी हैं । उनके दोनों होंठों
से रक्त की धारा क्षरित होने के कारण उनका बदन कम्पित होता है,
देवी घोर नाद वॉली, महाभयंकरी और श्मशान वासिनी हैं उनके
तीनों नेत्र तरुण अरुण की भांति हैं । बड़े दाँत और लम्बायमान
केशकलाप से युक्त हैं, वह शवरूपी महादेव केहृदये पर स्थित हैं उनके
चारों ओर घोर रव गीदड़ी भ्रमण करती हैं । देवी महाकाल के सहित
विपरीत विहार में आसत्त्क हैं, वह प्रसन्नमुखी सुहास्यवदन और
सर्व्वकाम समृद्धिदायिनी हैं, इस प्रकार उनका ध्यान करें ॥
आदौ, त्रिकोणमालिख्य त्रिकोणं तदबहिर्लिखेत् ।
ततो वे विलिखेन्मंत्री, त्रिकोणत्रयसुत्तमम् ॥
ततोवूत्तं समालिख्य लिखेदष्टदलं ततः ।
वृत्तं विलिख्य विधिवत् लिखे द्भूपूरमेककम् ।
मध्ये तु बैन्दबं चक्रं बीजसायाविभूषितम् ॥।
पहले बिन्दु फिर निजबीज “क्री” फिर भुवनेश्वरी बीज “ह्ली'
लिखे इसके बाहर त्रिकोण और उसके बाहर चार त्रिकोण अंकित
करके वृत्त अष्टदलपद्म और पुनर्वार वृत्त अंकित करें । उसके बाहर
चतुर्द्वार अंकित करना चाहिए।यह काली की पूजा का यन्त्र है ॥
नोट-यंत्र को भोजपत्र पर अष्टगंध से लिखना चाहिए ।
Related to Kali
Shri Kali Chalisa (श्री काली चालीसा)
काली चालीसा माँ काली की स्तुति करती है। माँ काली को Chandi, Bhadrakali, और Mahishasuramardini भी कहा जाता है। इस चालीसा का पाठ spiritual transformation और life challenges को दूर करने के लिए किया जाता है।Chalisa
Shri Kali Mahamantra (श्री काली महामंत्र)
श्री Kali Mahamantra अद्भुत divine energy से युक्त है, जो भय, नकारात्मकता और शत्रुओं का नाश करता है। यह spiritual chant व्यक्ति को आत्मविश्वास, शक्ति और रक्षा प्रदान करता है। Goddess Kali blessings पाने के लिए इस मंत्र का जाप अमावस्या, नवरात्रि, काली पूजा या किसी भी powerful spiritual event पर करना अत्यंत लाभकारी होता है। यह मंत्र negative energy removal में सहायक होता है और साधक को मानसिक शांति देता है। Divine vibrations उत्पन्न करने वाला यह मंत्र बाधाओं को समाप्त कर सफलता दिलाने में सहायक होता है। यह protection mantra व्यक्ति के जीवन में शक्ति और साहस भरता है। ध्यान और साधना के दौरान इस sacred mantra का उच्चारण करने से गहरी आध्यात्मिक अनुभूति होती है। Positive aura उत्पन्न करने के लिए इसे रात में जपना अधिक प्रभावी माना जाता है।MahaMantra
Vairinashnam Shri Kalika Kavachm (वैरिनाशनं श्री कालिका कवचम्)
Vairinashnam Sri Kalika Kavacha एक अत्यंत शक्तिशाली कवच है, जो Maa Kali की कृपा से Enemies, Tantra-Mantra और Negative Energies से रक्षा करता है। इसका नियमित पाठ करने से साधक को Fearlessness, Success और Prosperity प्राप्त होती है। जो व्यक्ति जीवन में Obstacles, Graha Dosh, या Tantra Dosh से परेशान हैं, उन्हें इस कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए। यह Maa Kali की Divine Protection प्रदान कर सभी Problems को दूर करता है।Kavacha
Shri Mahakali Stotram (श्री महाकाली स्तोत्रं)
श्री महाकाली स्तोत्रं: यह स्तोत्र देवी महाकाली को समर्पित है और उनके आशीर्वाद और सुरक्षा के लिए जपा जाता है।Stotra
Kali Stuti (काली स्तुति)
Kali Stuti (काली स्तुति):काली स्तुति माँ काली को समर्पित है। माँ काली को माता के सभी रूपों में सबसे शक्तिशाली रूप माना जाता है। नियमित रूप से काली स्तुति का पाठ करने से भय दूर होता है, बुद्धिमत्ता प्राप्त होती है, शत्रुओं का नाश होता है, और सभी प्रकार के कष्ट अपने आप समाप्त हो जाते हैं। माँ काली केवल प्रधान ही नहीं, बल्कि महाविद्याओं में सबसे महत्वपूर्ण हैं। माँ काली महाविद्याओं का प्रतीक हैं। सभी नौ महाविद्याएँ माँ काली से उत्पन्न होती हैं और उनके गुणों व शक्तियों को विभिन्न रूपों में साझा करती हैं। माँ काली विनाश और संहार की प्रतीक हैं। वे अज्ञान को नष्ट करती हैं, संसार के नियमों को बनाए रखती हैं और जो भगवान के ज्ञान की खोज करते हैं, उन्हें आशीर्वाद देकर मुक्त करती हैं। माँ काली देवी दुर्गा के उग्र रूपों में से एक हैं और भगवान शिव की अर्धांगिनी हैं, जो हिंदू त्रिमूर्ति में संहारक हैं। माँ काली की विशिष्ट छवि में उनकी बाहर निकली हुई जीभ, खोपड़ियों की माला, और घातक हथियार होते हैं, जो दुष्ट और पापी लोगों में भय उत्पन्न करते हैं। हालांकि, माँ काली अपने भक्तों के प्रति अत्यंत दयालु और करुणामयी हैं। वे अपने भक्तों को सभी संकटों से बचाती हैं और उन्हें समृद्धि व सफलता प्रदान करती हैं। काली स्तुति का नियमित पाठ करने से साधक को भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है, आकर्षण शक्ति मिलती है, पाप नष्ट होते हैं, शत्रु समाप्त होते हैं, और साधक के भीतर एक विशेष ऊर्जा उत्पन्न होती है। वेदों में माँ काली को अग्नि देव से जोड़ा गया है। देवी को सात झिलमिलाती अग्नि की जीभों के रूप में वर्णित किया गया है, जिनमें से काली काली और भयानक जीभ थीं। उनका स्वरूप भयावह है: डरावनी आँखें, लाल उभरी हुई जीभ, और चार भुजाएँ – जिनमें से दो में खून से सनी तलवार और राक्षस का कटा हुआ सिर है, और बाकी दो भय निवारण और वरदान देने की मुद्रा में हैं। उनके गले में मानव खोपड़ियों की माला और कमर पर कटी हुई भुजाओं की कमरबंध है। माँ काली की स्तुति उनके भक्तों के लिए अत्यंत प्रिय है।Stuti
Kali Puja Yantra (काली पूजा यंत्र)
काली पूजा यंत्र देवी Kali की पूजा और आराधना के लिए एक पवित्र यंत्र है, जो उनकी divine power और grace प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह यंत्र साधक को mental peace, protection, और freedom from difficulties प्रदान करने में सहायक होता है।Yantra-Mantra
Shri Kalika Ashtakam (श्री कालिका अष्टकम्)
श्रीमत्शंकराचार्यजी द्वारा विरचित इस स्तोत्र में ग्यारह (११) श्लोक हैं । इन श्लोकों में भगवती दुर्गा के कालिका स्वरुप की, स्तुति की गयी है । इस स्तोत्र का पाठ करने से जगत् में यश की प्राप्ति होती है एवं अष्ट सिद्धियाँ भी प्राप्त होती हैं । कालिका अष्टकम के साथ-साथ यदि श्री सूक्तम, देवी सूक्तम का पाठ किया जाए तो, लक्ष्मी सूक्तम का बहुत लाभ मिलता है, मनोवांछित कामना पूर्ण होती है, यह सूक्तम शीघ्र ही फल देने लग जाता है| घर में सुख, शांति, समृधि रखने के लिए सिद्ध लक्ष्मी फ्रेम को घर में रखना चाहिए| और रोज़ सिद्ध लक्ष्मी फ्रेम की पूजा करनी चाहिए|Ashtakam
Maa Kali sadhana mantra (माँ काली साधना मंत्र )
माँ काली साधना मंत्र देवी काली की दिव्य शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली साधना मंत्र है। इस मंत्र का जाप भक्तों को मानसिक शांति, नकारात्मकता से मुक्ति, और आत्मिक उन्नति प्राप्त करने में सहायक होता है। यह मंत्र देवी काली की कृपा से सुरक्षा, साहस और बुराई से मुक्ति प्रदान करता है।Sadhana-Mantra