No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Amogh Shiva Kavach || अमोघ शिव कवच : Full Lyrics in Sanskrit with Meaning; श्री अमोघ शिव कवच स्तॊत्रम्
Amogh Shiva Kavach (अमोघ शिव कवच)
Amogh Shiv Kavach एक अत्यंत शक्तिशाली Maha Kavach है। यह Lord Shiva के Rudra form का प्रतीक है। जो व्यक्ति नियमित रूप से Amogh Shiv Kavach का पाठ करता है, उसे Lord Shiva's special grace प्राप्त होती है। यह Kavach व्यक्ति को सभी Graha Dosh पीड़ा, Tantra Badha, Nazar Dosh, Pitru Dosh, Sudden Death, Physical troubles, Mental troubles, Financial troubles आदि से बचाता है। जो व्यक्ति Shiv Kavach Pendant पहनता है, उसके जीवन से negativity धीरे-धीरे समाप्त होने लगती है। यदि साधक Shiva Yantra Kavach पहनकर Amogh Shiv Kavach का पाठ करता है, तो वह भयंकर calamities से छुटकारा पाने लगता है। Navagraha के evil effects में कमी आने लगती है। साधक सभी प्रकार की diseases, Tantra-Mantra-Yantra से सुरक्षित रहता है। हर व्यक्ति को इस Amogh Shiv Kavach का पाठ अपनी daily worship में अवश्य करना चाहिए, ताकि वह और उसका परिवार troubles से बच सके।अमोघ शिव कवच (Amogh Shiva Kavach)
ॐ नमो भगवते सदाशिवाय सकलतत्त्वात्मकाय
सकलतत्वविहाराय सकललोकैककत्रें सकललोककैकभर्ते
सकललोकैकहर्ने सकललोकैकगुरवे सकललोकराक्षिणे
सकलनिगमगुह्याय सकलवरप्रदाय सकलदुरितार्तिभञ्जनाय
सकलजगदभयंकराय सकललोकैकशंकराय शशांकशेखराय
शाश्चतनिजाभासाय निर्गुणाय नीरुपमाय नीरूपाय निराभासाय
निरामयाय निष्प्रपंचाय निष्कलंकाय निर्द्धन्दधाय निस्संगाय
निर्मलाय निर्गमाय नित्यरूपविभवाय निरुपमविभवाय
निराधाराय नित्यशुद्धबुद्धपरिपूर्णसच्चिदानन्दाद्ययाय
परमशान्तप्रकाश तेजोरूपा जय जय
महारुद्र महारौद्र भद्रावतार दुःखदावदारण महाभैरव
कालभैरव कल्पान्तभैरव कपालमालाधर
खटवांगखंगचर्मपाशांकुशडमरुशूलचापबाणगदाशक्तिभिन्दिपा-
लतोमरमूसलमुगद्रपटिटशपरशुपरिघभुशुण्डीशताघ्नीचक्राद्या-
युधभीषणकर सहस्रमुख दंष्टोकराल विकटाट्टहासविसफा-
रितब्रह्माण्डमण्डलनागेन्द्रगुण्डल नागेन्द्रहार नागेन्द्रवलय
नागेन्द्रचर्मधर मृत्युञ्जय ज्यम्बक त्रिपुरान्तक विरूपाक्ष
विश्वेश्वर वृषभवाहन विषभूषण विश्वतोमुख सर्वतो रक्ष
रक्ष मां ज्वल ज्वल महामत्युभयमुत्सादयोत्सादयं नाशय नाशय
रोगभयमुत्सादयोत्सादय विषसर्पभयं शमय शमय चोरभयं
मारय मारय मम शतरुनुच्चाटयोच्चाटय शूलेन विदारय विदारय
कुठारेण भिन्धि भिन्धि खंगेन छिन्धि छिन्धि खट्वांगेन
विपोथय विपोथय मूसलेन निष्येषय निष्येषय बाणैः संताडय
संताडय रक्षांसि भीषय भीषय भूतानि विद्रावय विद्राव्य
कूष्यांडवेतालमारीगणब्रह्य राक्षसान् संत्रासय स्त्रासय |
ममाभयं कुरु कुरु वित्रस्तं मामाश्वासयाश्वासय नरक
भयान्मामुद्धारयोद्धारय संजीवय संजीवय क्षुत्तदभ्यां
ममाप्याययाप्यायय दुःखातुरं मामानन्दयानन्दय शिवकवचेन
पापाच्छादयाच्छादय जयम्बक सदाशिव नमस्ते नमस्ते नमस्ते।
अमोघ शिवकवचम् Meaning(अर्थ)
" ॐ ' जिनका वाचक है, सम्पूर्णं तत्त्व जिनके स्वरूप हैं, जो सम्पूर्ण तत्त्वो मे विचरण करने वाले, समस्त लोकों के एकमात्र कर्ता ओर समस्त विश्व के एकमात्र भरण-पोषण करने वाले हैं, जो अखिल विश्व के एक ही संहारकारी, सब लोकों के एकमात्र गुरु, समस्त संसार के एकमात्र साक्षी, सम्पूर्ण वेदों के गुद तत्त्व, सबको वर देने वाले, समस्त पापों ओर पीड़ाओं का नाश करने वाले, सारे संसार को अभय देने वाले, समस्त लोकों के एकमात्र कल्याणकारी, चन्द्रमा का मुकुट धारण करने वाले, अपने सनातन-प्रकाश से प्रकाशित होने वाले, निर्गुण, उपमारहित, निराकार, निराभास, निरामय, निष्प्रपञ्च, निष्कलंक, निर्रद्, निस्संग, निर्मल, गति -शून्य, नित्यरूप, नित्य वैभव से सम्पन्न, अनुपम रेश्वर्य से सुशोभित, आधार शून्य, नित्य-शुद्ध-बुद्ध, परिपूर्ण, सच्िदानन्दघन, अद्वितीय तथा परमशांत, प्रकाशमय, तेजःस्वरूप हैं, उन भगवान सदाशिव को नमस्कार है। हे महारुद्र, महारौद्र, भद्रावतार, दुःख-दावाग्नि विदारण,महाभैरव, कालभैरव, कलपान्तभैरव, कपालमालाधारी! हे खटवांङ्ग खंग, ढाल, फन्दा, अंकुश, डमरू, त्रिशूल, धनुष, बाण, गदा
शक्ति, भिन्दिपाल, तोमर, मूसल, मुग्दर, पट्टिश, परशु, परिघ भुशुण्डी शतघ्नी और चक्र आदि आयुधों के द्वारा भयंकर हाथा वाले! हजार मुख और द्रष्टा से कराल. विकट अट्टहास से विशाल ब्रह्माण्डमंडल का विस्तार करने वाले, नागेन्द्र वासुकि को कुण्डल, हार, कंकण तथा ढाल के रूप में धारण करने वाले, मृत्युञ्जय, त्रिनेत्र, त्रिपुरनाशक, भयंकर नेत्रों वाले, विश्वेश्वर, विश्वरूप में प्रकट, बैल पर सवारी करने वाले, विष को गले में भूषण रूप में धारण करने वाले तथा सब ओर मुख वाले भगवान् शंकर ! आपकी जय हो, जय हो! आप मेरी सब ओर से रक्षा कीजिये। प्रज्ज्वलित होइये प्रज्ज्वलित होइये। मेरे महामृत्युञ्जय भय का तथा अपमृत्यु के भय का नाश कीजिये, नाश कीजिये। बाहर और भीतरी रोग-भय को जड़ से मिटा दीजिये. जड़ से मिटा दीजिये। विष और सर्प के भय को शान्त कीजिये, शान्त कीजिये। चोरभय को मार डालिये, मार डालिये। मेरे (काम, क्रोध, लोभादि भीतरी तथा इन्द्रियों के और शरीर के द्वारा होने वाले पापकर्मरूपी बाहरी) शत्रुओं का उच्चाटन क्रीजिये, उच्चाटन कीजिये। त्रिशूल के द्वारा विदारण कीजिये, विदारण कीजिये। कुठार के द्वारा काट डालिये, काट डालिये। खड्ग के द्वारा छेद डालिए, छेद डालिए। खटवाड़ के द्वारा नाश कीजिये, नाश कीजिये। मूसल क द्वारा पीस डालिये, पीस डालिये ओर बाणो के द्वारा बीध डालिए, बींध डालिए्। (आप मेरी हिसा करने वाले) राक्षसो को भय दिखाइये, भय दिखाइये। भूतो को भगा दीजिये, भगा दीजिये। कूष्माण्ड, वेताल, मारियों और ब्रह्मराक्षसों को संत्रस्त कीजिये, संत्रस्त कीजिये। मुञ्च को अभय दीजिये, अभय दीजिये। मुझे अत्यन्त डरे हुए को आश्वासन दीजिए, आश्वासन दीजिए। नरक भय से मरा उद्धार कीजिए, उद्धार कौजिए। मुझे जीवनदान दीजिए, जीवनदान दीजिए। क्षुधा-तृष्णा का निवारण करके मुञ्जको आप्यायित कीजिए, आप्यायित कीजिए। आपकी जय हो, जय हो। मुझ दुःखातुर को आनन्दित कीजिए, आनन्दित कीजिए। शिव कवच से मुझे आच्छादित कीजिए, आच्छादित कीजिए। त्रयम्बक सदाशिव आपको नमस्कार है, नमस्कार हे, नमस्कार हे।
Related to Shiv
Bhagwan Shri Shankar Arti (भगवान् श्री शंकर की आरती )
जयति जयति जग-निवास भगवान शंकर की सबसे प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। इसमें Shankar या Shiva, जिन्हें Lord of the Universe कहा जाता है, के प्रति असीम भक्ति और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना की जाती है।Arti
Shiva Mahimna Stotram (शिव महिम्न स्तोत्रम्)
Shiva Mahimna Stotram भगवान Lord Shiva की महिमा का वर्णन करने वाला Hindu Devotional Stotra है। इसका पाठ करने से Shiva Devotees को Divine Blessings और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। इस Sacred Hymn के माध्यम से Lord Shiva Worship करने से सभी Worldly Desires पूरी होती हैं। Mahadev Bhakti और Mantra Chanting से जीवन में Positive Energy और शांति आती है। यह Powerful Stotra भक्तों के पापों को नष्ट कर मोक्ष का मार्ग दिखाता है। Shiva Mahimna Stotra Recitation करने से भगवान शिव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।Stotra
Shri Rudram Chamakaprashnah (श्री रुद्रं - चमकप्रश्नः)
श्री रुद्रं चमकप्रश्नः एक महत्वपूर्ण वैदिक मंत्र है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह यजुर्वेद का हिस्सा है और इसे भक्तों के जीवन में समृद्धि और शांति लाने के लिए माना जाता है।MahaMantra
Dwadash Jyotirlinga Stotram (द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्)
Dwadash Jyotirlinga Stotram भगवान Shiva के 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव को "Destroyer of Evil" और "Supreme Protector" के रूप में आदरपूर्वक स्मरण करता है। इसमें सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, काशी विश्वनाथ, त्र्यंबकेश्वर, भीमाशंकर, रामेश्वरम, और अन्य ज्योतिर्लिंगों की "Sacred Sites of Shiva" के रूप में स्तुति की गई है। यह स्तोत्र "Shiva Devotional Hymn" और "Spiritual Protection Chant" के रूप में प्रसिद्ध है। इसके नियमित पाठ से जीवन में शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है। Dwadash Jyotirlinga Stotram को "Hymn for 12 Jyotirlingas" और "Prayer for Divine Blessings" के रूप में पढ़ने से भक्त का मनोबल और विश्वास बढ़ता है।Stotra
Bhagwan Mahadev Arti (भगवान् महादेव की आरती)
हर हर हर महादेव भगवान शिव की प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। यह आरती Lord Shiva के प्रति भक्तों की भक्ति, संकटों से मुक्ति, और आशीर्वाद की अभिव्यक्ति है। Mahadev की यह आरती उनके शिव-तांडव और शक्ति का वर्णन करती है।Arti
Shri Amarnath Ashtakam (श्री अमरनाथाष्टकम्)
Shri Amarnath Ashtakam भगवान शिव के अमरनाथ धाम में स्थित उनके दिव्य रूप की महिमा का वर्णन करता है, जिन्हें "Lord of Immortality" और "Supreme Divine Protector" माना जाता है। यह स्तोत्र अमरनाथ यात्रा की महिमा और शिवलिंग के दिव्य स्वरूप की पूजा करता है, जिसे "Sacred Shiva Lingam" और "Cosmic Energy Source" के रूप में पूजित किया जाता है। Shri Amarnath Ashtakam का पाठ "Shiva Devotional Hymn" और "Divine Blessings Chant" के रूप में किया जाता है। इसके नियमित पाठ से भक्तों को "Spiritual Protection" और "Inner Peace" प्राप्त होती है। यह स्तोत्र "Lord Shiva's Divine Grace" और "Blessings for Prosperity" के रूप में अत्यधिक प्रभावी है। इसका जाप करने से जीवन में "Positive Energy" का प्रवाह होता है और व्यक्ति को "Spiritual Awakening" और "Cosmic Protection" मिलती है। Shri Amarnath Ashtakam को "Sacred Prayer for Blessings" और "Shiva's Eternal Grace" के रूप में पढ़ने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।Ashtakam
Shivanand Lahari (शिवानन्द लहरि)
शिवानन्द लहरी भगवान शिव की स्तुति में रचित एक भजन है, जो उनकी अनंत कृपा और आशीर्वाद को आमंत्रित करता है।Lahari
Brahmand Vijay Shri Shiva Kavacham (ब्रह्माण्डविजय श्री शिव कवचम्)
Shiva Kavach (शिव कवच) एक परम अद्भुत और ब्रह्माण्डविजय कवच है, जिसकी दस लाख जप से ही सिद्धि प्राप्त हो जाती है। यदि यह कवच सिद्ध हो जाए, तो साधक निश्चय ही रुद्र-तुल्य हो जाता है। यह काण्वशाखोक्त कवच अत्यंत गोपनीय और परम दुर्लभ है। सहस्रों Ashwamedha Yagya और सैकड़ों Rajasuya Yagya भी इस कवच की सोलहवीं कला के समान नहीं हो सकते। इस Shiva Kavach की कृपा से साधक Jeevanmukt, Sarvagya, Samppurna Siddhiyon Ka Swami और Man Ke Saman Vegshali हो जाता है। जो इस Shiva Kavach को बिना जाने Bhagwan Shankar का Bhajan करता है, उसे Ek Crore Jap करने पर भी Mantra Siddhi प्राप्त नहीं होती। अतः जो भी Shiva Bhakt जीवन में Victory, Power, Protection और Spiritual Growth चाहता है, उसे Shiva Kavach का विधिपूर्वक Jap और Sadhna करनी चाहिए।Kavacha