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Shiv Dhyaan Mantra || शिव ध्यान मंत्र : Full Lyrics !! सावन महीने में रोजाना करें 'शिव ध्यान स्तोत्र' का पाठ
Shiv Dhyaan Mantra (शिव ध्यान मंत्र)
Shiv Dhyaan Mantra का जाप करने से inner peace, spiritual awakening, और positive energy प्राप्त होती है। Lord Shiva, जिन्हें Mahadev, Bholenath, और Adi Yogi कहा जाता है, उनकी उपासना से negative energy removal, stress relief, और mental clarity मिलती है। Om Namah Shivaya, Mahamrityunjaya Mantra, और Shiva Panchakshari Mantra जैसे powerful Shiv Mantra का जाप करने से good health, success in career, और protection from evil प्राप्त होता है। विशेष रूप से Mahashivratri, Sawan Somvar, Pradosh Vrat, Shravan Maas, और Masik Shivratri पर इन मंत्रों का जाप करने से divine blessings, happiness, और prosperity मिलती है।शिव ध्यान मंत्र (Shiv Dhyaan Mantra)
॥ शिव ध्यान मंत्र ॥
ॐ डिं डिं डिंकत डिम्ब डिम्ब डमरु,
 पाणौ सदा यस्य वै। 
फुं फुं फुंकत सर्पजाल हृदयं, 
घं घं च घण्टा रवम् ॥ 
वं वं वंकत वम्ब वम्ब वहनं, 
कारुण्य पुण्यात् परम् ॥ 
भं भं भंकत भम्ब भम्ब नयनं, 
ध्यायेत् शिवम् शंकरम् ॥ 
यावत् तोय धरा धरा धर धरा, 
धारा धरा भूधरा ॥ 
यावत् चारु सुचारु चारू चमरं, 
चामीकरं चामरं ॥ 
यावत् रावण राम राम रमणं, 
रामायणे श्रूयताम् ॥ 
तावत् भोग विभोग भोगमतुलम् 
यो गायते नित्यसः ॥ 
यस्याग्रे द्राट द्राट द्रुट दुट ममलं, 
टंट टंट टंटटम् ॥ 
तैलं तैलं तु तैलं खुखु खुखु खुखुमं, 
खंख खंख सखंखम्॥ 
डंस डंस डुडंस डुहि चकितं, 
भूपकं भूय नालम् ॥ 
ध्यायस्ते विप्रगाहे सवसति सवलः 
पातु वः चंद्रचूडः ॥ 
गात्रं भस्मसितं सितं च हसितं 
हस्ते कपालं सितम् ॥ 
खद्वांग च सितं सितश्च भृषभः, 
कर्णेसिते कुण्डले । 
गंगाफनेसिता जटापशु 
पतेश्चनद्रः सितो मूर्धनि । 
सोऽयं सर्वसितो ददातु विभवं, 
पापक्षयं सर्वदा ॥
॥ इति शिव ध्यानम् ॥
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Sadashiva Kavacham (श्री सदाशिव कवचम्)
Sadashiva Kavacham एक शक्तिशाली Shiva Protection Stotra है, जो Lord Sadashiva की कृपा प्राप्त करने के लिए पढ़ा जाता है। यह Divine Shield भक्तों को नकारात्मक शक्तियों और बाधाओं से सुरक्षा प्रदान करता है। Sacred Mantra के रूप में, यह Spiritual Energy को बढ़ाकर आत्मिक शांति देता है। Mahadeva Armor का यह पाठ भक्तों को Positive Vibes और आध्यात्मिक उन्नति देता है। Shiv Kavach का नियमित जाप करने से Divine Blessings और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।Kavacha
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Bilva Ashtakam (बिल्वाअष्टकम्)
Shri Shiva Bilvashtakam (बिल्वाअष्टकम्) को Jagad Guru Sri Adi Shankaracharya द्वारा रचित किया गया था। यह एक अत्यंत powerful stotra है जो Lord Shiva को Bilva leaves अर्पित करने की glory और power का वर्णन करता है। Bilva leaves को तीन पत्तियों के समूह में चढ़ाया जाता है और यह कहा जाता है कि इसमें ऐसे features होते हैं जो इसे स्वयं Lord Shiva से जोड़ते हैं। Bilva Patra का Lord Shiva से एक विशेष संबंध है। Shiva को Belpatra अथवा Bilva leaves अत्यंत प्रिय हैं। यदि कोई व्यक्ति pure mind से Lord Shiva की worship करता है और Shivalinga पर Belpatra अर्पित करता है, तो Lord Shiva उसे इच्छित blessings प्रदान करते हैं। अतः Belpatra Lord Shiva की puja का एक अत्यंत महत्वपूर्ण ingredient माना जाता है। Bilva leaves Wood Apple Tree से उत्पन्न होते हैं। यह trifoliate होते हैं, जो holy Trinity—Brahma, Vishnu और Mahesh—का प्रतीक हैं। यह Lord Shiva के three eyes का भी प्रतिनिधित्व करता है। Shiva Purana के अनुसार, Bilva Lord Shiva का symbol माना जाता है। इसकी greatness को deities भी पूरी तरह नहीं समझ सकते। Blessed हैं वे जो Bilva अर्पित करते हैं। Shiva Purana में कहा गया है कि एक Bilva हजार lotus के समान फल देता है। जो भी sacred Bilvashtakam का पाठ Lord Shiva के समीप करता है, वह समस्त sins से मुक्त होकर Shiva Loka को प्राप्त करता है।Ashtakam
Shiv Stuti (शिव स्तुति)
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शिवमानसपूजा श्री आदि शंकराचार्य द्वारा रचित एक अद्वितीय स्तोत्र है। इसमें भक्त अपने मन में भगवान शिव के लिए पूजा की सभी सामग्री और विधियों की कल्पना करता है और श्रद्धा और भक्ति के साथ उन्हें अर्पित करता है। यह स्तोत्र आस्था और भावना की प्रधानता को रेखांकित करता है और उन लोगों के लिए एक नेत्र खोलने वाला संदेश है जो केवल अनुष्ठानों पर जोर देते हैं। इस स्तोत्र के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि विश्वास और नियत, बाहरी अनुष्ठानों से अधिक महत्वपूर्ण हैं। शिवमानसपूजा आध्यात्मिक शुद्धि और मानसिक शांति प्राप्त करने का मार्ग है।Stotra
Shri Shiva Mangalashtakam (श्री शिव मंगलाष्टकम्)
Shiva Mangalashtak एक Auspicious Stotra है जिसे Lord Shiva Worship के अंत में तब पढ़ा जाता है जब कोई भक्त कई Sacred Hymns का पाठ कर रहा होता है। Shiva Mangalashtak Chanting तब भी किया जाता है जब कई Devotional Songs गाए जा रहे हों या फिर कोई Auspicious Ceremony या Religious Rituals संपन्न हो रहे हों। Mangal Stotra में भक्त मूल रूप से Lord Shiva से Blessings for Prosperity and Well-being की कामना कर रहा होता है। Mangalam का अर्थ "Good Wishes" या "Prayers for a Positive Outcome" भी होता है।Ashtakam
Dakshina Murthy Stotram (दक्षिणा मूर्ति स्तोत्रम्)
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Rudrasukt (रुद्रसूक्त)
आदिपुरुष भगवान् सदाशिव को प्रसन्न करने के लिए रुद्रसूक्त के पाठ का विशेष महत्व है। भगवान शिव के पूजन में रुद्राभिषेक की परम्परा है, जिसमें रुद्रसूक्त का ही प्रमुखता से उच्चारण किया जाता है। रुद्राभिषेक के अन्तर्गत रुद्राष्टाध्यायी के पाठ में ग्यारह बार रुद्रसूक्त का उच्चारण करने पर ही पूर्ण रुद्राभिषेक माना जाता है। 'रुद्रसूक्त' आध्यात्मिक (spiritual), आधिदैविक (divine) एवं आधिभौतिक- त्रिविध तापों से मुक्त कराने तथा अमृतत्व (eternal bliss) की ओर अग्रसर करने का अन्यतम उपाय है।Sukt