No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Anjaneya Dandakam (आञ्जनेय दण्डकम्)
आञ्जनेय दण्डकम्
(Anjaneya Dandakam)
श्री आञ्जनेयं प्रसन्नाञ्जनेयं
प्रभादिव्यकायं प्रकीर्ति प्रदायं
भजे वायुपुत्रं भजे वालगात्रं भजेहं पवित्रं
भजे सूर्यमित्रं भजे रुद्ररूपं
भजे ब्रह्मतेजं बटञ्चुन् प्रभातम्बु
सायन्त्रमुन् नीनामसङ्कीर्तनल् जेसि
नी रूपु वर्णिञ्चि नीमीद ने दण्डकं बॊक्कटिन् जेय
नी मूर्तिगाविञ्चि नीसुन्दरं बॆञ्चि नी दासदासुण्डवै
रामभक्तुण्डनै निन्नु नेगॊल्चॆदन्
नी कटाक्षम्बुनन् जूचिते वेडुकल् चेसिते
ना मॊरालिञ्चिते नन्नु रक्षिञ्चिते
अञ्जनादेवि गर्भान्वया देव
निन्नॆञ्च नेनॆन्तवाडन्
दयाशालिवै जूचियुन् दातवै ब्रोचियुन्
दग्गरन् निल्चियुन् दॊल्लि सुग्रीवुकुन्-मन्त्रिवै
स्वामि कार्यार्थमै येगि
श्रीराम सौमित्रुलं जूचि वारिन्विचारिञ्चि
सर्वेशु बूजिञ्चि यब्भानुजुं बण्टु गाविञ्चि
वालिनिन् जम्पिञ्चि काकुत्थ्स तिलकुन् कृपादृष्टि वीक्षिञ्चि
किष्किन्धकेतॆञ्चि श्रीराम कार्यार्थमै लङ्क केतॆञ्चियुन्
लङ्किणिन् जम्पियुन् लङ्कनुन् गाल्चियुन्
यभ्भूमिजं जूचि यानन्दमुप्पॊङ्गि यायुङ्गरम्बिच्चि
यारत्नमुन् दॆच्चि श्रीरामुनकुन्निच्चि सन्तोषमुन्जेसि
सुग्रीवुनिन् यङ्गदुन् जाम्बवन्तु न्नलुन्नीलुलन् गूडि
यासेतुवुन् दाटि वानरुल्मूकलै पॆन्मूकलै
यादैत्युलन् द्रुञ्चगा रावणुण्डन्त कालाग्नि रुद्रुण्डुगा वच्चि
ब्रह्माण्डमैनट्टि या शक्तिनिन्वैचि यालक्षणुन् मूर्छनॊन्दिम्पगानप्पुडे नीवु
सञ्जीविनिन्दॆच्चि सौमित्रिकिन्निच्चि प्राणम्बु रक्षिम्पगा
कुम्भकर्णादुल न्वीरुलं बोर श्रीराम बाणाग्नि
वारन्दरिन् रावणुन् जम्पगा नन्त लोकम्बु लानन्दमै युण्ड
नव्वेलनु न्विभीषुणुन् वेडुकन् दोडुकन् वच्चि पट्टाभिषेकम्बु चेयिञ्चि,
सीतामहादेविनिन् दॆच्चि श्रीरामुकुन्निच्चि,
यन्तन्नयोध्यापुरिन्जॊच्चि पट्टाभिषेकम्बु संरम्भमैयुन्न
नीकन्न नाकॆव्वरुन् गूर्मि लेरञ्चु मन्निञ्चि श्रीरामभक्त प्रशस्तम्बुगा
निन्नु सेविञ्चि नी कीर्तनल् चेसिनन् पापमुल्ल्बायुने भयमुलुन्
दीरुने भाग्यमुल् गल्गुने साम्राज्यमुल् गल्गु सम्पत्तुलुन् कल्गुनो
वानराकार योभक्त मन्दार योपुण्य सञ्चार योधीर योवीर
नीवे समस्तम्बुगा नॊप्पि यातारक ब्रह्म मन्त्रम्बु पठियिञ्चुचुन् स्थिरम्मुगन्
वज्रदेहम्बुनुन् दाल्चि श्रीराम श्रीरामयञ्चुन् मनःपूतमैन ऎप्पुडुन् तप्पकन्
तलतुना जिह्वयन्दुण्डि नी दीर्घदेहम्मु त्रैलोक्य सञ्चारिवै राम
नामाङ्कितध्यानिवै ब्रह्मतेजम्बुनन् रौद्रनीज्वाल
कल्लोल हावीर हनुमन्त ओङ्कार शब्दम्बुलन् भूत प्रेतम्बुलन् बॆन्
पिशाचम्बुलन् शाकिनी ढाकिनीत्यादुलन् गालिदय्यम्बुलन्
नीदु वालम्बुनन् जुट्टि नेलम्बडं गॊट्टि नीमुष्टि घातम्बुलन्
बाहुदण्डम्बुलन् रोमखण्डम्बुलन् द्रुञ्चि कालाग्नि
रुद्रुण्डवै नीवु ब्रह्मप्रभाभासितम्बैन नीदिव्य तेजम्बुनुन् जूचि
रारोरि नामुद्दु नरसिंह यन्चुन् दयादृष्टि
वीक्षिञ्चि नन्नेलु नास्वामियो याञ्जनेया
नमस्ते सदा ब्रह्मचारी
नमस्ते नमोवायुपुत्रा नमस्ते नमः
Related to Hanuman
Shri Hanumat-Vandana (श्रीहनुमत् -वन्दन)
श्री हनुमान वंदना भगवान हनुमान की शक्ति, भक्ति, और संकटमोचन स्वरूप की महिमा का वर्णन करती है। इसमें Lord Hanuman, जिन्हें Sankat Mochan, Asht Siddhi Nav Nidhi Data, और Bhakti Ke Pratik कहा जाता है, को संकट हरता, अशुभ नाशक, और शत्रुनाशक देवता के रूप में पूजा जाता है। उनकी वंदना से आत्मबल, साहस, धैर्य, और सफलता प्राप्त होती है।Vandana
Bajrang Baan
बजरंग बाण एक शक्तिशाली भक्ति गीत है जो विशेष रूप से हनुमान जी की शक्तियों और उनके द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा पर आधारित है। Hanuman mantra for protection के साथ यह गीत भक्तों को जीवन की कठिनाइयों से बचाता है। Bajrang Ban का पाठ करते हुए भक्तों को strength और power का अनुभव होता है, जो उन्हें जीवन के कठिन समय में सहारा देता है।Chalisa
Shri Hanuman Sahasranama Stotram (श्री हनुमान सहस्रनाम स्तोत्रम्)
श्री हनुमान सहस्रनाम स्तोत्रम् भगवान Hanuman के 1000 divine names का संग्रह है, जो उनकी शक्ति, भक्ति और अद्वितीय साहस को दर्शाता है। यह स्तोत्र भक्तों को protection, strength और fearlessness प्रदान करने में मदद करता है। Lord Hanuman को महाकवि, warrior और protector माना जाता है, जो हर संकट से उबारते हैं। इस स्तोत्र का पाठ mental peace, positive energy और spiritual growth में सहायक होता है। हनुमान जी की आराधना से life में सुख, समृद्धि और divine blessings का अनुभव होता है।Sahasranama-Stotram
Shri Hanuman Ji Arti (श्री हनुमानजी)
श्री हनुमान जी की आरती भगवान हनुमान की भक्ति और शक्ति का प्रतीक है। यह आरती भक्तों को आध्यात्मिक बल, साहस, भय से मुक्ति, और संकटों का नाश करने की शक्ति प्रदान करती है। Hanuman Aarti, जिन्हें Sankat Mochan भी कहा जाता है, में उनके शौर्य और पराक्रम का वर्णन है। भक्त उनकी आरती गाकर अपने जीवन में धैर्य, आत्मबल, और भक्ति का अनुभव करते हैं।Arti
Shri Hanuman LaLa Ji Arti (श्री हनुमान लला जी की आरती)
श्री हनुमान लला जी की आरती भगवान हनुमान के बाल स्वरूप की पूजा है, जिसमें उनकी शक्ति, भक्ति, और निर्भयता का गुणगान किया जाता है। इस आरती में हनुमान जी को संकटमोचन, शत्रुनाशक, और राम भक्त के रूप में श्रद्धा से पूजा जाता है।Arti
Shri Hanuman Stotram (श्री हनुमत्स्तोत्रम्)
Hanuman ji Stotra मंगलवार का दिन भगवान हनुमान की पूजा के लिए बेहद शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त संकट मोचन को प्रसन्न करना चाहते हैं या फिर उनकी पूरी कृपा पाना (Hanuman ji Puja Vidhi) चाहते हैं तो उन्हें प्रत्येक दिन श्री हनुमान स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए जो इस प्रकार हैं-Stotra
Sundarkand (सुन्दरकाण्ड)
सुंदरकांड रामायण का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो भगवान श्रीराम के भक्त हनुमान जी द्वारा लंका में सीता माता की खोज के समय की घटनाओं का वर्णन करता है। इसमें Hanuman के साहस, भक्ति, और Sri Ram के प्रति अडिग विश्वास को दर्शाया गया है।Sundarkand
Shri Hanuman Praarthana Shlok (श्री हनुमत् प्रार्थना श्लोक)
श्री हनुमान प्रार्थना श्लोक Lord Hanuman की Sacred Prayer है, जो उन्हें Symbol of Strength, Devotion, और Courage के रूप में Glorify करता है। यह Shloka Bajrangbali को Protector from Evil, Remover of Obstacles, और Divine Guardian मानकर उनकी Worship करता है। Hanuman Chalisa और यह Mantra Chanting करने से Positive Energy, Success, और Fearlessness प्राप्त होती है। Best Time to Chant: ...Tuesdays और Saturdays को Hanuman Ji की Aradhana करने से Spiritual Growth और Blessings मिलती हैं। ...Hanuman Jayanti, Ram Navami, और Navratri में यह Shloka विशेष रूप से Auspicious होता है।Shloka-Mantra