No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Siddhi Vinayaka Stotram (सिद्धि विनायक स्तोत्रम्)
सिद्धि विनायक स्तोत्रम् (Siddhi Vinayaka Stotram)
विघ्नेश विघ्नचयखंडननामधेय
श्रीशंकरात्मज सुराधिपवंद्यपाद ।
दुर्गामहाव्रतफलाखिलमंगलात्मन्
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 1 ॥
सत्पद्मरागमणिवर्णशरीरकांतिः
श्रीसिद्धिबुद्धिपरिचर्चितकुंकुमश्रीः ।
वक्षःस्थले वलयितातिमनोज्ञशुंडो
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 2 ॥
पाशांकुशाब्जपरशूंश्च दधच्चतुर्भि-
-र्दोर्भिश्च शोणकुसुमस्रगुमांगजातः ।
सिंदूरशोभितललाटविधुप्रकाशो
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 3 ॥
कार्येषु विघ्नचयभीतविरिंचमुख्यैः
संपूजितः सुरवरैरपि मोदकाद्यैः ।
सर्वेषु च प्रथममेव सुरेषु पूज्यो
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 4 ॥
शीघ्रांचनस्खलनतुंगरवोर्ध्वकंठ-
-स्थूलेंदुरुद्रगणहासितदेवसंघः ।
शूर्पश्रुतिश्च पृथुवर्तुलतुंगतुंदो
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 5 ॥
यज्ञोपवीतपदलंभितनागराज
मासादिपुण्यददृशीकृतृक्षराजः ।
भक्ताभयप्रद दयालय विघ्नराज
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 6 ॥
सद्रत्नसारततिराजितसत्किरीटः
कौसुंभचारुवसनद्वय ऊर्जितश्रीः ।
सर्वत्रमंगलकरस्मरणप्रतापो
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 7 ॥
देवांतकाद्यसुरभीतसुरार्तिहर्ता
विज्ञानबोधनवरेण तमोऽपहर्ता ।
आनंदितत्रिभुवनेश कुमारबंधो
विघ्नं ममापहर सिद्धिविनायक त्वम् ॥ 8 ॥
इति श्रीमुद्गलपुराणे श्रीसिद्धिविनायक स्तोत्रं संपूर्णम् ।
Related to Ganesha
Ekakshara Ganapati Kavacham (एकाक्षर गणपति कवचम्)
एकाक्षर गणपति कवचम्: एकाक्षर गणपति कवचम् भगवान गणेश की दिव्य उपस्थिति और सुरक्षा को बुलाने वाला एक शक्तिशाली कवच है। यह कवच एक अक्षर की शक्ति के साथ गणपति की महिमा को समाहित करता है, जो उनकी कृपा और संरक्षण प्रदान करता है। गणेश पूजा और एकाक्षर गणपति कवचम् का संगम: गणेश पूजा में एकाक्षर गणपति कवचम् का समावेश एक दिव्य संगति उत्पन्न करता है। यह पूजा में गणपति के आशीर्वाद और सुरक्षा ऊर्जा को आमंत्रित करने का प्रभावशाली माध्यम बनता है। इस कवच का पाठ गणपति की कृपा को प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है, जिससे पूजा अधिक शुभ और फलदायक हो जाती है।Kavacha
Ganesha Mahima Stotram (गणेश महिम्ना स्तोत्रम्)
गणेश महिम्ना स्तोत्रम्: यह स्तोत्र भगवान गणेश की महिमा का गुणगान करता है।Stotra
Ganapati Prarthana Ghanapathah (गणपति प्रार्थन घनपाठः)
गणपति प्रार्थन घनपाठः: यह प्रार्थना भगवान गणेश को समर्पित है, जो ज्ञान और बाधाओं के हर्ता हैं।Mantra
Sankata Nashana Ganesha Stotram (संकट नाशन गणेश स्तोत्रम्)
संकट नाशन गणेश स्तोत्रम्: यह स्तोत्र भगवान गणेश को समर्पित है और संकटों से मुक्ति के लिए जपा जाता है।Stotra
Ganesha Dwadashanama Stotram (गणेश द्वादशनाम स्तोत्रम्)
गणेश द्वादशनाम स्तोत्रम्: यह स्तोत्र भगवान गणेश के बारह नामों का वर्णन करता है।Stotra
Ganesha Bhujanga Stotram (गणेश भुजंगम् स्तोत्रम्)
गणेश भुजंगम् स्तोत्रम्: यह स्तोत्र भगवान गणेश को समर्पित है और उनके आशीर्वाद और संकट निवारण के लिए जपा जाता है।Stotra
Uchchishta Ganesha Kavacham (उच्छिष्ट गणेश कवचम्)
भगवान गणेश के अनेक रूप हैं, और उन्हीं में से एक उनके सोलह अत्यधिक पूजनीय रूपों में से एक है उच्छिष्ठ गणेश, जिसे उच्छिष्ठ गणपति के नाम से भी जाना जाता है। यह रूप तांत्रिकों और वाम मार्ग (बाईं राह) का अनुसरण करने वाले साधकों के बीच अत्यधिक प्रिय है। साथ ही, यह कुछ श्रीविद्या उपासकों या श्रीविद्या मार्ग का अनुसरण करने वाले भक्तों के बीच भी विशेष रूप से लोकप्रिय है, जो देवी माँ ललिता की भक्ति और उपासना करते हैं। उच्छिष्ट अर्थात संसार के नष्ट हो जाने के उपरांत भी रहने वाला तथा कवच अर्थात शरीर के रक्षा के लिए पहना जाने वाला आवरण। संसार के नष्ट हो जाने पर भी विद्यमान रहने वाले ऐसे श्री गणेश को प्रणाम करते हुए सम्पूर्ण सुरक्षा के लिए श्री उच्छिष्ट गणेश कवच का पाठ करें:Kavacha
Dhundhiraja Bhujanga Prayata Stotram (धुंढिराज भुजंग प्रयात स्तोत्रम्)
धुंढिराज भुजंग प्रयात स्तोत्रम्: यह स्तोत्र भगवान गणेश को समर्पित है और उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए जपा जाता है।Stotra