No festivals today or in the next 14 days. 🎉
श्री दुर्गा सप्तशती पाठ-द्वितीय अध्याय | माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
Durga Saptashati-12 Chapter (दुर्गा सप्तशती-बारहवाँ अध्याय)
दुर्गा सप्तशती एक हिन्दु धार्मिक ग्रन्थ है जिसमें राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का वर्णन है। दुर्गा सप्तशती को देवी महात्म्य, चण्डी पाठ के नाम से भी जाना जाता है। इसमें 700 श्लोक हैं, जिन्हें 13 अध्यायों में बाँटा गया है। दुर्गा सप्तशती का द्वादश अध्याय "गुणों का स्तवन" पर आधारित है।Page no.
/ 4
error
Page no. / 4
Related to Durga
Durga Saptashati(दुर्गासप्तशती) 2 Chapter (दूसरा अध्याय)
दुर्गा सप्तशती जिसे देवी महात्म्य और चंडी पाठ के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू धार्मिक ग्रंथ है जिसमें राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत का वर्णन किया गया है। यह ऋषि मार्कंडेय द्वारा लिखित मार्कंडेय पुराण का हिस्सा है। दुर्गा सप्तशती का द्वितीय अध्याय "महिषासुर की सेनाओं का वध" पर आधारित है।Durga-Saptashati
Durga Saptashati Chapter 1 (दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः देवी माहात्म्यं)
दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः: यह देवी दुर्गा के माहात्म्य का वर्णन करने वाला पहला अध्याय है।Durga-Saptashati-Sanskrit
Navaratna Malika Stotram (नवरत्न मालिका स्तोत्रम्)
नवरत्न मालिका स्तोत्रम्: यह स्तोत्र नौ रत्नों की माला की प्रशंसा करता है।Stotra
Durga Suktam (दुर्गा सूक्तम्)
दुर्गा सूक्तम्(Durga Suktam) ओम् । जातवेदसे सुनवाम सोम मरातीयतो निदहाति वेदः । स नः पर्-षदति दुर्गाणि विश्वा नावेव सिन्धुं दुरितात्यग्निः ॥ तामग्निवर्णां तपसा ज्वलन्तीं वैरोचनीं कर्मफलेषु जुष्टाम् । दुर्गां देवीं शरणमहं प्रपद्ये सुतरसि तरसे नमः ॥ अग्ने त्वं पारया नव्यो अस्मान्थ् स्वस्तिभिरति दुर्गाणि विश्वा । पूश्च पृथ्वी बहुला न उर्वी भवातोकाय तनयाय शंयः ॥ विश्वानि नो दुर्गहा जातवेदः सिन्धुन्न नावा दुरितातिपर्षि । अग्ने अत्रिवन्मनसा गृणानोऽस्माकं बोध्यविता तनूनाम् ॥ पृतना जितंग सहमानमुग्रमग्निंग हुवेम परमाथ्सधस्थात् । स नः पर्-षदति दुर्गाणि विश्वा क्षामद्देवो अति दुरितात्यग्निः ॥ प्रत्नोषि कमीड्यो अध्वरेषु सनाच्च होता नव्यश्च सत्सि । स्वांचाऽग्ने तनुवं पिप्रयस्वास्मभ्यं च सौभगमायजस्व ॥ गोभिर्जुष्टमयुजो निषिक्तं तवेन्द्र विष्णोरनुसंचरेम । नाकस्य पृष्ठमभि संवंसानो वैष्णवीं लोक इह मादयंताम् ॥ ॐ कात्यायनाय विद्महे कन्यकुमारि धीमहि । तन्नो दुर्गिः प्रचोदयात् ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥Sukt
Durga saptashati(दुर्गा सप्तशती) 5 Chapter(पाँचवाँ अध्याय)
दुर्गा सप्तशती एक हिंदू धार्मिक ग्रंथ है जिसमें राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का वर्णन किया गया है। दुर्गा सप्तशती को देवी महात्म्यम, चंडी पाठ (चण्डीपाठः) के नाम से भी जाना जाता है और इसमें 700 श्लोक हैं, जिन्हें 13 अध्यायों में व्यवस्थित किया गया है। दुर्गा सप्तशती का पांचवां अध्याय " देवी का दूत से संवाद " पर आधारित है ।Durga-Saptashati
Nava Durga Stotram (नव दुर्गा स्तोत्रम्)
नवदुर्गा स्तोत्रम Hindu Devotional Hymn है, जिसमें Maa Durga के नौ रूपों की Sacred Worship की जाती है। यह स्तोत्र Navratri Festival के दौरान विशेष रूप से पाठ किया जाता है। Spiritual Seekers के लिए यह Divine Energy Invocation का स्रोत है। इसका नियमित पाठ Negativity Removal और Success & Protection प्रदान करता है। Vedic Scriptures में इसे Shakti Mantra के रूप में वर्णित किया गया है। Chanting Benefits में Karma Purification और Positive Vibrations शामिल हैं। Devotional Recitation से भक्त को Inner Strength & Blessings प्राप्त होती हैं।Stotra
Karpur Gauram Karunavtaram Shloka Mantra (कर्पूर गौरम करुणावतारं श्लोक मंत्र)
कर्पूरगौरं करुणावतारं मंत्र Lord Shiva की Sacred Prayer है, जो उन्हें Pure (Karpur Gauram), Compassionate (Karunavataram) और Supreme Divine दर्शाता है। यह Shloka Mahadev को Lord of Yogis और Destroyer of Evil के रूप में Glorify करता है। Parvati के Consort के रूप में, वे Peace and Enlightenment प्रदान करते हैं। इस Mantra Chanting से Spiritual Growth, Inner Peace, और Divine Blessings प्राप्त होती हैं।Shloka-Mantra
Katyayani Mantra (कात्यायनि मंत्र)
Katyayani Mantra Hindu Goddess Worship के लिए एक powerful mantra है, जिसे विशेष रूप से unmarried girls early marriage और happy married life के लिए chant करती हैं। Goddess Katyayani, Maa Durga Avatar, को protector of devotees माना जाता है, जो remove obstacles in marriage और bless with marital happiness करती हैं। Navratri Puja और Katyayani Vrata में इस sacred mantra chanting से positivity and divine grace प्राप्त होती है। Spiritual seekers और devotees of Goddess Durga इस mantra for wish fulfillment का नियमित जाप करते हैं, जिससे harmony in relationships और spiritual success प्राप्त होती है।Mantra