No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Baal Mukundashtakam (बाल मुकुन्दाष्टकम्)
बाल मुकुन्दाष्टकम्
(Baal Mukundashtakam)
करारविन्देन पदारविन्दं मुखारविन्दे विनिवेशयन्तम् ।
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 1 ॥
संहृत्य लोकान्वटपत्रमध्ये शयानमाद्यन्तविहीनरूपम् ।
सर्वेश्वरं सर्वहितावतारं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 2 ॥
इन्दीवरश्यामलकोमलाङ्गं इन्द्रादिदेवार्चितपादपद्मम् ।
सन्तानकल्पद्रुममाश्रितानां बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 3 ॥
लम्बालकं लम्बितहारयष्टिं शृङ्गारलीलाङ्कितदन्तपङ्क्तिम् ।
बिम्बाधरं चारुविशालनेत्रं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 4 ॥
शिक्ये निधायाद्यपयोदधीनि बहिर्गतायां व्रजनायिकायाम् ।
भुक्त्वा यथेष्टं कपटेन सुप्तं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 5 ॥
कलिन्दजान्तस्थितकालियस्य फणाग्ररङ्गेनटनप्रियन्तम् ।
तत्पुच्छहस्तं शरदिन्दुवक्त्रं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 6 ॥
उलूखले बद्धमुदारशौर्यं उत्तुङ्गयुग्मार्जुन भङ्गलीलम् ।
उत्फुल्लपद्मायत चारुनेत्रं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 7 ॥
आलोक्य मातुर्मुखमादरेण स्तन्यं पिबन्तं सरसीरुहाक्षम् ।
सच्चिन्मयं देवमनन्तरूपं बालं मुकुन्दं मनसा स्मरामि ॥ 8 ॥
Related to Vishnu
Shri Srinivasa Gadyam (श्री श्रीनिवास गद्यम्)
श्री श्रीनिवास गद्यम् एक भक्तिपूर्ण प्रार्थना है जो भगवान श्रीनिवास की महिमा का वर्णन करता है।Shloka-Mantra
Narayaniyam Dashaka 88 (नारायणीयं दशक 88)
नारायणीयं का अठासीवां दशक भगवान विष्णु के अनंत रूपों और उनकी सर्वव्यापकता का वर्णन करता है। इस दशक में भगवान की सर्वव्यापकता और उनके विभिन्न रूपों के माध्यम से उनकी महिमा का गुणगान किया गया है। भक्त भगवान की अनंत कृपा और उनकी दिव्यता का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 51 (नारायणीयं दशक 51)
नारायणीयं दशक 51 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 13 (नारायणीयं दशक 13)
नारायणीयं दशक 13 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka
Vasudeva Stotram (Mahabharatam) (वासुदेव स्तोत्रम् (महाभारतम्))
Vasudeva Stotram भगवान Krishna की महिमा और कृपा का वर्णन करता है, जो "Lord of Universe" और "Supreme Protector" के रूप में पूजित हैं। इस स्तोत्र का पाठ भक्तों को भगवान की "Divine Grace" प्राप्त करने और सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति पाने में सहायक होता है। इसमें भगवान Vasudeva के गुण, शक्ति और उनकी लीलाओं का विस्तार से उल्लेख किया गया है। यह स्तोत्र "Krishna Devotional Hymn" और "Divine Protector Prayer" के रूप में प्रसिद्ध है। इसके नियमित पाठ से जीवन में शांति, सकारात्मकता और सफलता प्राप्त होती है। Vasudeva Stotram को "Spiritual Energy Chant" और "Hymn for Lord Krishna" के रूप में पढ़ने से भक्त का आत्मिक बल और विश्वास बढ़ता है।Stotra
Krishnam Kalay Sakhi (कृष्णं कलय सखि)
कृष्णं कलय सखि भगवान कृष्ण की लीलाओं और उनकी दिव्य महिमा का गुणगान करता है।Shloka-Mantra
Narayaniyam Dashaka 61 (नारायणीयं दशक 61)
नारायणीयं दशक 61 भगवान नारायण की पूजा और उनकी कृपा की महिमा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 1 (नारायणीयं दशक 1)
नारायणीयं दशक 1 श्री नारायण की महिमा और महात्म्य को स्तुति करता है। यह दशक भक्तों को नारायण के प्रेम और भक्ति की अद्वितीयता को समझाता है।Narayaniyam-Dashaka