No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Shri Ganesha Ashtakam || श्री गणेश अष्टाकम : With Full Lyrics in Sanskrit
Shri Ganesha Ashtakam (श्री गणेशाष्टकम्)
भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध अष्टकम है। इस प्रसिद्ध अष्टकम का पाठ भगवान गणेश से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों किया जाता है। श्री गणेश अष्टकम आठ श्लोकों का एक स्तोत्र है जो भगवान गणेश की महिमा और स्तुति में रचा गया है। यह एक शक्तिशाली हिंदू मंत्र है, जो भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने वाला माना जाता है। जो लोग पूरे समर्पण और भक्ति के साथ श्री गणेश अष्टकम का गान करते हैं, वे अपने सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं और रुद्र-लोक की ओर प्रस्थान करते हैं।श्री गणेशाष्टकम् (Shri Ganesha Ashtakam)
॥ अथ श्री गणेशाष्टकम् ॥
श्री गणेशाय नमः।
सर्वे उचुः।
यतोऽनन्तशक्तेरनन्ताश्च जीवायतो निर्गुणादप्रमेया गुणास्ते।
यतो भाति सर्वं त्रिधा भेदभिन्नंसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥1॥
यतश्चाविरासीज्जगत्सर्वमेतत्तथाऽब्जासनोविश्वगो विश्वगोप्ता।
तथेन्द्रादयो देवसङ्घा मनुष्याःसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥2॥
यतो वह्निभानू भवो भूर्जलं चयतः सागराश्चन्द्रमा व्योम वायुः।
यतः स्थावरा जङ्गमा वृक्षसङ्घासदा तं गणेशं नमामो भजामः॥3॥
यतो दानवाः किन्नरा यक्षसङ्घायतश्चारणा वारणाः श्वापदाश्च।
यतः पक्षिकीटा यतो वीरूधश्चसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥4॥
यतो बुद्धिरज्ञाननाशो मुमुक्षोर्यतःसम्पदो भक्तसन्तोषिकाः स्युः।
यतो विघ्ननाशो यतः कार्यसिद्धिःसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥5॥
यतः पुत्रसम्पद्यतो वाञ्छितार्थोयतोऽभक्तविघ्नास्तथाऽनेकरूपाः।
यतः शोकमोहौ यतः काम एवसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥6॥
यतोऽनन्तशक्तिः स शेषो बभूवधराधारणेऽनेकरूपे च शक्तः।
यतोऽनेकधा स्वर्गलोका हि नानासदा तं गणेशं नमामो भजामः॥7॥
यतो वेदवाचो विकुण्ठा मनोभिःसदा नेति नेतीति यत्ता गृणन्ति।
परब्रह्मरूपं चिदानन्दभूतंसदा तं गणेशं नमामो भजामः॥8॥
॥ फल श्रुति ॥
श्रीगणेश उवाच।
पुनरूचे गणाधीशःस्तोत्रमेतत्पठेन्नरः।
त्रिसन्ध्यं त्रिदिनं तस्यसर्वं कार्यं भविष्यति॥9॥
यो जपेदष्टदिवसंश्लोकाष्टकमिदं शुभम्।
अष्टवारं चतुर्थ्यां तुसोऽष्टसिद्धिरवानप्नुयात्॥10॥
यः पठेन्मासमात्रं तुदशवारं दिने दिने।
स मोचयेद्वन्धगतंराजवध्यं न संशयः॥11॥
विद्याकामो लभेद्विद्यांपुत्रार्थी पुत्रमाप्नुयात्।
वाञ्छितांल्लभतेसर्वानेकविंशतिवारतः॥12॥
यो जपेत्परया भक्तयागजाननपरो नरः।
एवमुक्तवा ततोदेवश्चान्तर्धानं गतः प्रभुः॥13॥
॥ इति श्रीगणेशपुराणे उपासनाखण्डे श्रीगणेशाष्टकं सम्पूर्णम् ॥
Related to Ganesh
Shri Ganapati Stotram (श्री गणपति स्तोत्रम्)
श्री गणपति स्तोत्रम् (Shri Ganapati Stotram) भगवान गणेश (Lord Ganesha) की महिमा का वर्णन करने वाला एक पवित्र स्तोत्र (sacred hymn) है। इसका पाठ (recitation) करने से व्यक्ति को सभी प्रकार की बाधाओं (obstacles) से मुक्ति मिलती है और वह सफलता (success) प्राप्त करता है। श्री गणपति स्तोत्रम् को ज्ञान (wisdom), समृद्धि (prosperity) और शुभता (auspiciousness) के लिए विशेष रूप से पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र भगवान गणेश के शक्तिशाली (powerful) और कृपालु (compassionate) रूप की आराधना करता है। इसका नियमित पाठ (regular recitation) मानसिक शांति (mental peace) और आत्मबल (inner strength) प्रदान करता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता (remover of obstacles) और शुभकर्ता (bestower of blessings) कहा जाता है, और इस स्तोत्र में उनकी इन्हीं विशेषताओं की स्तुति की गई है।Stotra
Shri Ganesh Ji Mantra (श्री गणेश जी मंत्र)
भगवान श्री गणेश (Lord Ganesh) सभी तरह के विघ्न हरने वाले देवता हैं। भगवान गणेश के मंत्रों (Ganesh Mantra) का जाप करना अतिशुभ माना जाता है। श्री गणेश की कृपा पाने के लिए उनके मंत्रों का जाप हमें नियमित रूप से करना चाहिए। प्रतिदिन इन मंत्रों के जाप से आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं। यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं भगवान श्री गणेश के सरल मंत्र (Ganesh Ke Saral Mantra)।Mantra
Shree Ganesh Puja Vidhi (श्री गणेश पूजा विधि)
श्री गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की सरलतम विधि से पूजन करें। भगवान गणेश जी की पूजन में वेद मंत्र का उच्चारण किया जाता है। जिन्हें वेद मंत्र न आता हो, उनकों नाम-मंत्रों से पूजन करना चाहिए। स्नान करने के पश्चात अपने पास समस्त सामग्री रख लें फिर आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठकर तीन बार निम्न मंत्र बोलकर आचमन करें।Puja-Vidhi
Shri Ganeshji Arti (श्री गणेशजी कीआरती )
श्री गणेश जी की आरती भगवान गणेश की विघ्नहर्ता, सिद्धिदाता और शुभारंभ के प्रतीक के रूप में पूजा का महत्वपूर्ण स्तोत्र है। यह आरती भगवान गणेश की शक्ति, स्मृति, और संपत्ति का गुणगान करती है।Arti
Shri Ganesha Sahasranama Stotram (श्री गणेश सहस्रनाम स्तोत्रम्)
श्री गणेश सहस्रनाम स्तोत्र भगवान गणेश (Lord Ganesha) के एक हजार पवित्र नामों का संग्रह है, जो उनकी दिव्यता (Divinity), बुद्धि (Wisdom) और सिद्धियों (Spiritual Powers) का गुणगान करता है। यह स्तोत्र भक्तों को भगवान गणेश की कृपा से सफलता (Success), समृद्धि (Prosperity) और सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) प्राप्त करने में मदद करता है। भगवान गणेश के ये 1000 नाम (1000 Names) उनकी सर्वशक्तिमानता (Omnipotence) और दया (Compassion) को दर्शाते हैं, जो भक्तों को आत्मिक शांति और आध्यात्मिक जागरूकता प्रदान करते हैं। यह स्तोत्र हर उस व्यक्ति के लिए आदर्श है जो भगवान गणेश की कृपा (Grace) और रक्षा (Protection) प्राप्त करना चाहता है।Sahasranama-Stotram
Ganesha Chaturthi Puja Vidhi (गणेश चतुर्थी पूजा विधि)
गणेश चतुर्थी पूजा विधि एक महत्वपूर्ण Hindu Ritual है, जिसमें Lord Ganesha की Traditional Worship की जाती है। इस दिन भक्तगण Ganpati Sthapana कर Vedic Mantras और Sacred Offerings के साथ पूजन करते हैं। Modak Prasad अर्पित करना और Aarti & Bhajans गाना शुभ माना जाता है। Ganesh Puja Vidhi में Milk, Flowers, Durva Grass और Holy Items का प्रयोग किया जाता है। यह पूजा Obstacle Removal, Success & Prosperity के लिए अत्यंत फलदायी होती है। Eco-friendly Ganesha Idol की स्थापना से Spiritual Positivity और Nature Conservation को बढ़ावा मिलता है। अंत में, Visarjan Ceremony के दौरान भक्तजन Ganpati Bappa Morya का जयघोष करते हैं।Puja-Vidhi
Ganesh Kavacha (विध्नविनाशक गणेश कवचम्)
गणेश कवच (Ganesh Kavach): श्री गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना गया है। किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले गणेश कवच का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। जैसे नई वस्तु खरीदना, व्यवसाय शुरू करना, इंटरव्यू के लिए जाना आदि। गणेश कवच का पाठ करने से सबसे बड़ी समस्याएं भी दूर होने लगती हैं, धन हानि रुक जाती है, कर्ज समाप्त हो जाते हैं, बुरी नजर और तांत्रिक बाधाओं से सुरक्षा मिलती है। यदि गणेश कवच का 11 दिनों तक 108 बार पाठ किया जाए, तो व्यापार और पारिवारिक कार्यों में आने वाली सभी बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं।Kavacha
Shri Ganpati-Vandan (श्रीगणपति-वन्दन)
श्री गणपति जी की आरती भगवान गणेश की वंदना और स्मरण का पवित्र गीत है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, सिद्धिदाता, और बुद्धि के देवता माना जाता है। उनकी आरती गाने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और सुख, शांति व समृद्धि प्राप्त होती है।Vandana